भारतीय हॉकी टीम का एक समय विश्व में बोलबाला था। ये टीम गोल करने पर आती थी तो 10,20 गोल कब हो जाएं पता नहीं चलता था वहीं अगर डिफेंस की बात करें तो पूरे-पूरे टूर्नामेंट में एक भी गोल नहीं खाती थी। लेकिन 1980 के बाद से भारतीय टीम का परफॉर्मेंस गिरता ही गया। उसी का परिणाम है कि 1972 के म्यूनिच ओलंपिक के बाद से भारत कभी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत नहीं पाया है। टोक्यो ओलंपिक में भी रविवार को भारतीय टीम को कंगारू टीम से 1-7 से भारी शिकस्त झेलनी पड़ी।
आपको बता दें भारत ने ओलंपिक खेलों में आखिरी बार ऑस्ट्रेलिया को म्यूनिच ओलंपिक में 30 अगस्त 1972 को 3-1 से मात दी थी। उसके बाद से आज भी भारतीय टीम को खेलों के महाकुंभ में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत का इंतजार है।
अगर हार के अंतर की बात करें तो भारत को आज कंगारुओं से करारी शिकस्त मिली है। पहले मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ 3-2 से जीत के बाद किसी ने उम्मीद नहीं की थी कि भारतीय टीम 7-1 से ऑस्ट्रेलिया से हारेगी।
Not a great day at work for the #MenInBlue, but this will pump us to come back a lot stronger! #INDvAUS #HaiTayyar #IndiaKaGame #TokyoTogether #StrongerTogether #Tokyo2020 #HockeyInvites #TeamIndia #Hockey pic.twitter.com/xdnJpUvivu
— Hockey India (@TheHockeyIndia) July 25, 2021
इससे पहले आठ बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया ने 1976 के मॉन्ट्रियल ओलंपिक में भारत को 6-1 से हराया था। हेड टू हेड मामले में भी भारत ऑस्ट्रेलियाई टीम से हमेशा पिछड़ता रहा है। इस मैच को जोड़कर भारत ने अबतक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 129 मुकाबले खेले हैं जिसमें से सिर्फ 22 बार भारत जीता है और 86 बार ऑस्ट्रेलिया। 21 मुकाबले बेनतीजा रहे हैं।
49 years ago…. the last time India beat Australia in the #OlympicGames was in the Munich #Olympics on 30 August 1972, when India won 3-1.#Olympics2021 https://t.co/xLMoo1IkaM
— Mohandas Menon (@mohanstatsman) July 25, 2021
कौन इस बात पर विश्वास कर पाएगा कि हॉकी में 8 स्वर्ण, दो रजत और 1 कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम 41 साल से हॉकी में कोई भी ओलंपिक मेडल जीत नहीं पाई है।
गौरतलब है कि आज के मुकाबले में भारतीय टीम कंगारू टीम के आगे चारों खाने चित हो गई। भारतीय पुरुष हॉकी टीम को बेजान आक्रमण और ढीले रक्षण के कारण टोक्यो ओलंपिक में आज ऑस्ट्रेलिया से 1-7 से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। भारत की तरफ से एकमात्र गोल दिलप्रीत सिंह ने किया।