टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड जीतने वाले नीरज चोपड़ा को देश लौटने पर जिस तरह से स्वागत और सम्मान मिल रहा है, उससे उन्हें लगता है कि उन्होंने देश के लिए कुछ किया है। नीरज चोपड़ा एशियाड और कॉमनवेल्थ गेम्स में भी गोल्ड मेडल जीत चुके हैं। उन्होंने 2017 में एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भी गोल्ड मेडल जीता था। वह बहुत कम उम्र यानी 2016 में ही विश्व अंडर 20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड जीत चुके हैं।
नीरज चोपड़ा दक्षिण एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं। अब ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर भी उन्होंने इतिहास रचा है। हालांकि, इतने स्वर्ण पदक जीतने के बावजूद उनके गोल्ड मेडल जीतने की भूख कम नहीं हुई है। अब उनका अगला लक्ष्य अपने समय की भारत की स्टार एथलीट रहीं अंजू बॉबी जॉर्ज का रिकॉर्ड तोड़ना है। नीरज चोपड़ा ने एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (AFI) की ओर से आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने दिल की बात बताई।
बता दें कि अंजू बॉबी जॉर्ज वर्ल्ड एथलेटिक्स फाइनल में गोल्ड मेडल जीतने वाली भारत की पहली और एकमात्र एथलीट हैं। यही नहीं, अंजू बॉबी जॉर्ज ने 2003 में हुई पेरिस में विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में लंबी कूद स्पर्धा का कांस्य पदक जीतकर इतिहास रचा था। हालांकि, वह 2004 एथेंस ओलंपिक में पदक जीतने से चूक गईं थीं। तब वह 6.83 मीटर के बेस्ट स्कोर के साथ पांचवें नंबर पर रही थीं।
नीरज चोपड़ा ने कहा, ‘मैं भारतीय सेना और अपने स्पॉन्सर जेएसडब्ल्यू (JSW) स्पोर्ट्स का धन्यवाद देता हूं। उन्होंने फेडरेशन को भी धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, फेडरेशन ने कोरोना काल में भी हमारा कैंप चालू रखा। कैंप के सभी कर्मचारियों और अधिकारियों का धन्यवाद जिन्होंने हमें कोई दिक्कत नहीं होने दी। ओलंपिक के लिए हमारी मेहनत रंग लायी, सभी के सहयोग से यहां तक पहुंचे हैं।’
नीरज चोपड़ा ने कहा, ‘यकीन नहीं हो रहा है कि मैंने गोल्ड मेडल जीत लिया। सभी के सहयोग से यहां तक पहुंचा हूं। ओलंपिक में मेरी कोशिश 90 मीटर के पार भाला फेंकने की, लेकिन खराब मौसम की वजह से अड़चन आई।’ उन्होंने कहा, ‘मैंने टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा लेने गए अपने भारतीयों खिलाड़ियों से बात की। कोई भी खिलाड़ी यह सोचकर टोक्यो नहीं गया था, कि उसे सिर्फ ओलंपियन कहलाना है, बल्कि वह पदक जीतने के उद्देश्य से गया था।’
नीरज चोपड़ा ने कहा, ‘हमारे देश में एथलीट्स की सोच बदली है। इस बार हमारे एथलीट फिजिकिली और मेंटली रूप से बहुत स्ट्रॉन्ग थे। इतनी कम उम्र में इतने गोल्ड मेडल जीत चुके हैं। अब आगे की क्या योजना है, के सवाल पर नीरज ने कहा, मुझे लगता है कि अब एक और खिताब बचा है, जो मैडम के पास है। इसके बाद नीरज ने अपने बगल में बैठी अंजू बॉबी जॉर्ज की ओर इशारा किया।’
उन्होंने कहा, ‘वह मेडल अंजू बॉबी जॉर्ज जी के पास है। वह और जीतना है, क्योंकि एथलेटिक में वर्ल्ड चैंपियनशिप में बहुत जबर्दस्त कॉम्पीटिशन होता है। मुझे लगता है कि कई बार उसे जीतने ओलंपिक से भी कठिन होता है, इसलिए अगला टारगेट वह है।’ नीरज चोपड़ा ने कहा, ‘देश लौटने पर जिस तरह से स्वागत और सम्मान मिल रहा है, उसे देखकर लगता है कि मैंने भी देश के लिए कुछ किया है।’