भारत और पाकिस्तान का मुक़ाबला हर कोई देखना पसंद करता है। क्रिकेट के मैदान में ये दो देश कई बार आमने सामने आए हैं। लेकिन इस बार मुक़ाबला ओलंपिक में होगा। पुरुषों की भाला फेंक प्रतियोगिता के फाइनल में भारत के नीरज चोपड़ा और पाकिस्तान के अरशद नदीम एक दूसरे से भेड़ेंगे।
भाला फेंक प्रतियोगिता के ग्रुप ए क्वालीफिकेशन में बुधवार को नीरज चोपड़ा ने अपने पहले ही प्रयास में भाले को 86.65 मीटर की दूरी तक फेंककर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया और भारत के लिए पदक की उम्मीद जगाई। वहीं दूसरी ओर ग्रुप बी में पाकिस्तान के नदीम अरशद ने ऑटोमैटिक क्वॉलिफाइ किया। अब 7 अगस्त को दोनों दिग्गज गोल्ड मेडल के लिए संघर्ष करते नज़र आएंगे। नदीम अरशद ने भी अपने ग्रुप में टॉप पर रहते हुए क्वालीफाई किया।
पूल बी में नदीम अरशद के साथ भारत के शिवपाल सिंह थे, लेकिन वे क्वालीफाई नहीं कर पाये और पदक की दौड़ से बाहर हो गए। ओलंपिक में पदार्पण कर रहे चोपड़ा ने अपने पहले ही प्रयास में भाले को 86.65 मीटर की दूरी तक फेंककर 83.50 मीटर का स्वत: क्वालीफिकेशन स्तर हासिल करते हुए फाइनल के लिए क्वालीफाई किया और भारत के लिए पदक की उम्मीद जगाई।
एशियाई खेलों, राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई चैंपियनशिप के स्वर्ण पदक विजेता चोपड़ा ने पहले ही प्रयास में फाइनल के लिए क्वालीफाई करने के बाद अपने बाकी दो प्रयास नहीं करने का फैसला किया। क्वालीफिकेशन में तीन प्रयास का मौका मिलता है जिसमें से सर्वश्रेष्ठ प्रयास को गिना जाता है।
गोल्ड मेडल के फेवरिट माने जाने वाले जोहान्स वैटर, जिन्होंने 2021 में सात बार 90 प्लस थ्रोकिया है ने अपने तीसरे प्रयास में 85.64 मीटर के थ्रो के साथ पूल ए में दूसरे स्थान पर रहे। हालांकि त्रिनिदाद ऐंड टैबैगो के केशॉर्न वॉलकॉट जिन्होंने लंदन ओलिंपिक में गोल्ड मेडल और रियो ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया था अंतिम 12 में जगह नहीं बना पाए।
एशियन गेम्स के ब्रॉन्ज मेडलिस्ट, नदीम अरशद ने 85.16 मीटर भाला फेंककर टॉप 12 में जगह बनाई। वह ऑटोमैटिक क्वॉलिफिकेशन करने वाले छह थ्रोअर में से एक हैं। अरशद पहले क्रिकेट खेला करते थे लेकिन उन्होंने नीरज से प्रेरणा लेकर जैवलीन को अपनाया। उन्होंने 2018 में कहा भी था कि वह भारतीय सुपरस्टार से प्रेरणा लेते हैं। उस इवेंट में नीरज ने गोल्ड मेडल जीता था।
