भारतीय हॉकी टीम का 41 साल बाद ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने का सपना मंगलवार को बेल्जियम के हाथों अंतिम चार में 2-5 से करारी हार के साथ टूट गया लेकिन टोक्यो खेलों में टीम अब भी कांस्य पदक की दौड़ में बनी हुई है। जैसे ही भारत मैच हारा ट्विटर पर ‘पनौती’ ट्रेंड करने लगा और लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक ट्वीट पर निशाना साधने लगे।

दरअसल जब मैच चल रहा था तब पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि, ‘मैं भारत और बेल्जियम का पुरुष हॉकी टीम का मुकाबला देख रहा हूं। मैं उन्हें बधाई देता हूं।’ पीएम ने यह ट्वीट 7 बज के 35 मिनट पर किया था। तब भारत 2-1 से आगे चल रहा था। लेकिन इसके बाद मैच पलट गया और बेल्जियम ने एक के बाद एक 4 गोल दाग दिये। जैसे ही भारत हारा लोग प्रधानमंत्री के इस ट्वीट को लेकर उन्हें ट्रोल करने लगे।

एक यूजर ने लिखा “2014 के बाद से जब से ये महाशय आए हैं न भारत ने क्रिकेट में कोई आईसीसी ट्रॉफी जीती है न ही कोई प्रतियोगिता। प्लीज आप टोक्यो ओलंपिक देखना बंद कर दो नहीं तो भारत सिर्फ 3 ही मेडल ला पाएगा।”

नितीश कुमार नाम के एक यूजर ने कहा “चन्द्रयान के समय भी इन्होंने ऐसा ही किया था। वो भी क्रैश हो गया था। बहुत बड़ी पनौत हैं ये भारत अब कुछ नहीं जीतने वाला।” मुस्तक ने लिखा “पीएम मोदी पनौती है इस देश के लिए, यकीन नहीं तो पिछले 7 साल का हिसाब देख लो।”

पीएम ने मैच के बाद लिखा ‘हार और जीत जीवन का हिस्सा है। हमारी पुरुष हॉकी टीम ने तोक्यो ओलिंपिक में अपना सर्वश्रेष्ठ दिया और यही मायने रखता है। टीम को अगले मैच और उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं। भारत को अपने खिलाड़ियों पर गर्व है।’

पीएम के इस ट्वीट पर कमेडियन अभिजीत गांगुली ने लिखा “वो सब तो ठीक है, कल महिलाओं का मैच है, प्लीज मत देखना।” बता दें भारतीय पुरुष हॉकी टीम अंतिम 11 मिनट के अंदर तीन गोल गंवाने के कारण तोक्यो ओलंपिक खेलों के सेमीफाइनल में मंगलवार को यहां विश्व चैंपियन बेल्जियम से 2-5 से हार गयी।

भारतीय टीम 49 वर्ष बाद ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंची थी और अब वह आस्ट्रेलिया और जर्मनी के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल में पराजित होने वाली टीम से कांस्य पदक के लिये भिड़ेगी। भारत की तरफ से हरमनप्रीत सिंह (सातवें) और मनदीप सिंह (आठवें मिनट) ने गोल किये जबकि बेल्जियम के लिये अलेक्सांद्र हेंड्रिक्स (19वें, 49वें और 53वें मिनट) ने तीन जबकि लोइक फैनी लयपर्ट (दूसरे मिनट) और जॉन जॉन डोहमेन (60वें मिनट) ने एक गोल किया।

भारत ने आखिरी बार मास्को ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता था लेकिन वह म्यूनिख ओलंपिक 1972 के बाद पहली बार सेमीफाइनल में पहुंचा था। मास्को ओलंपिक में मैच राउंड रोबिन आधार पर खेले गये थे।