भारत के हरफनमौला खिलाड़ी युवराज सिंह के सितारे इन दिनों गर्दिश में हैं। भारत को कई मैच जिताने वाले युवी टीम इंडिया में वापसी की बाट जोह रहे हैं। उन्होंने घरेलू क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन किए हैं, इसके बावजूद राष्ट्रीय टीम में उनकी वापसी नहीं हो सकी है। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज मोहम्म्द अजहरुद्दीन ने हाल में ही युवी से मुलाकात की थी। उन्होंने युवराज सिंह की टीम इंडिया में वापसी की दुआ भी की है। अजहर ने ट्वीट किया, ‘युवराज सिंह के साथ मुलाकात बेहतरीन रही। मैं उनकी टीम इंडिया में वापसी को लेकर दुआ करता हूं।’ पूर्व क्रिकेटर के साथ ही प्रशंसकों ने भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में युवराज सिंह की जल्द वापसी की उम्मीद जताई। संदीप ने ट्वीट किया, ‘सही बात है सर। हमलोग भी उनकी वापसी का इंतजार कर रहे हैं।’ रमन ने लिखा, ‘ऑल द बेस्ट युवी।’ तालिश जॉन ने ट्वीट किया, ‘आप दोनों मेरे ऑल टाइम पसंदीदा खिलाड़ी हैं।’ युवराज सिंह इस बार के इंडियन प्रीमियर लीग में किंग्स इलेवन पंजाब की ओर से मैदान में उतरेंगे।
Great meeting @YUVSTRONG12 praying that he makes a come back to the #TeamIndia soon.. pic.twitter.com/LhibGz91ai
— Mohammed Azharuddin (@azharflicks) March 8, 2018
बता दें कि युवराज सिंह ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वर्ष 2000 में कदम रखा था। उन्होंने केन्या के खिलाफ पहला वनडे मैच खेला था। उन्होंने आखिरी एकदिवसीय मैच पिछले साल जून में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था। युवी ने वर्ष 2003 में न्यूजीलैंड के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेला था। इस स्टाइलिश बल्लेबाज ने T20 क्रिकेट में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। उन्होंने पहला T20 मैच वर्ष 2007 में स्कॉटलैंड के खिलाफ खेला था। युवराज सिंह ने T20 मैच में इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड की छह गेंदों पर लगातार छह छक्के जड़े थे। उन्होंने आखिरी T20 अंतरराष्ट्रीय मैच इंग्लैंड के खिलाफ ही 2017 में खेला था। इसके बाद से ही वह T20 इंटरनेशनल से दूर हैं। दिलचस्प है कि अजहरुद्दीन ने जिस साल अपना आखिरी वनडे मैच खेला, उसी वर्ष युवराज सिंह ने एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में पदार्पण किया था। अजहर ने 2000 में पाकिस्तान के खिलाफ अंतिम वनडे मैच खेला था। पूर्व भारतीय कप्तान ने 1984 में इंग्लैंड के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेला था, जबकि उन्होंने पहला वनडे मैच एक साल बाद 1985 में खेला था। इसके अलावा अजहर ने 47 टेस्ट मैचों में कप्तानी भी की थी।

