इंग्लैंड में खेलना हर क्रिकेटर का सपना होता है और हो भी क्यों न, आखिर इस खेल का जन्म यहीं पर हुआ। भारत और इंग्लैंड के बीच तगड़ी प्रतिद्वंदिता रही है। फिर चाहे वह आजादी की लड़ाई की वजह से हो या दोनों देशों के क्रिकेटर्स के बीच कई सालों में हुई तीखीं बहसों की बदौलत, फैंस को हमेशा इन दो टीमों के बीच मैच का इंतजार रहता है।
इस बार भारतीय टीम विराट कोहली की कप्तानी में इंग्लैंड के दौरे पर हैं। भारत ने टी20 सीरीज जीत ली, मगर वनडे श्रृंखला 2-1 से गंवानी पड़ी। इस दौरे पर कुछ क्रिकेटर्स ऐसे हैं, जिनके लिए यह आखिरी इंग्लैंड दौरा साबित हो सकता है।
दिनेश कार्तिक

कार्तिक टीम इंडिया के ‘गो टू मैन’ रहे हैं। एमएस धोनी के आने के बाद कार्तिक का कॅरिअर वैसे परवान नहीं चढ़ सका जैसा चढ़ना चाहिए था। हालांकि कार्तिक समय-समय पर अपनी उपयोगिता साबित करते रहे हैं। कार्तिक 2007 की इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में बतौर ओपनर खेले थे, तब धोनी विकेटकीपिंग कर रहे थे। कार्तिक अभी फिट हैं, मगर चयनकर्ता अगले इंग्लैंड दौरे के लिए उन्हें टीम में लेंगे, इसकी संभावना कम है।
मुरली विजय

अगला इंग्लैंड दौरा शायद चार साल बाद होगा। तब तक मुरली विजय 38 साल के हो चुके होंगे और टीम का सदस्य बने रहना उनके लिए मुश्किल होगा। टेस्ट में वह टीम का मजबूत स्तंभ रहे हैं और नई गेंद को अच्छे से खेलते हैं। मगर ऊपरी क्रम में केएल राहुल अपना दावा ठोंक रहे हैं और मुरली विजय जैसे खिलाड़ियों के लिए जगह बचाए रखना मुश्किल हो रहा है।
महेंद्र सिंह धोनी

धोनी ने 2014 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया था, मगर उससे पहले वह इंग्लैंड में तीन टेस्ट सीरीज खेल चुके थे। सीमित ओवरों के खेल में धोनी अभी भी टीम के सदस्य हैं। 37 वर्षीय धोनी पिछले कुछ समय से पीठ की समस्या से जूझ रहे हैं। ऐसे में यह बेहद मुश्किल है कि वह 2019 वर्ल्ड कप के बाद टीम में बने रहें।
सुरेश रैना

रैना ने बार-बार यह साबित किया है कि उम्र उनके लिए मायने नहीं रखती। उनकी फिटनेस शानदार है और यो-यो टेस्ट पास कर उन्होंने इसका सबूत भी दिया है। अभी रैना 32 साल के हैं और अगले इंग्लैंड दौरे तक शायद वह 36 साल के हो जाएंगे। इतनी उम्र के बाद शायद ही चयनकर्ता उन्हें टीम में लेने की सोचें। टेस्ट में रैना कुछ खास नहीं कर सके मगर सीमित ओवरों के क्रिकेट में उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया है। रैना की उनके अप्रोच के लिए कई बार आलोचना की गई है।
रविचंद्रन अश्विन

अश्विन के लिए पिछले डेढ़ साल कुछ अच्छे नहीं रहे। उन्हें वनडे और टी20 टीम से बाहर कर दिया गया, हालांकि अश्विन टेस्ट टीम के नियमित सदस्य हैं। वह भारत में देश के नंबर 1 स्पिनर हैं, मगर बाहर उनका प्रदर्शन इतना शानदार नहीं रहा है। वह चोटों की वजह से भी परेशान रहे हैं, दूसरी तरफ कुलदीप यादव के उभरने से भी उनकी टीम में वापसी मुश्किल हो सकती है।