पाकिस्तान के उसामा मीर ने सोमवार को इंग्लैंड की द्र हंड्रेड में ऐसी पारी खेली जो लंबे समय तक फैंस के जहन से जाएगी नहीं। इस खिलाड़ी ने मैच में केवल 14 गेंदे खेली लेकिन इन 14 गेंदों ने ही एक तरह से टीम का पूरा खेल बदल दिया जिस वजह से वह मैच जीतने में भी कामयाब रही। मैनचेस्टर ऑरिजनल्स के लिए खेलने वाले उसामा मीर ने अपनी टीम को जिताने में अहम भूमिका निभाई।
मैनचस्टर बनाम बर्मिंघम
सात अगस्त को द हंड्रेड के 10वें मैच में मैनचेस्टर ऑरिजनल्स का सामना बर्मिंघम फिनिक्स से हुआ। मैनचेस्टर की टीम पहले बल्लेबाजी करने उतरी। टीम को कप्तान जॉस बटलर ने 43 रन की पारी खेलकर अच्छी शुरुआत देने की कोशिश की। आखिर के समय टीम का रनरेट काफी कम हो गया था जिसके बाद स्कोर को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी उसामा मीर ने उठाई।
उसामा मीर ने बल्ले से मचाया कहर
उसामा आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए और महज 14 गेंद खेली। इन 14 गेंदों में उन्होंने 32 रन बनाए। अपनी इस पारी में उन्होंने पांच चौके और एक छक्का लगाया। वह नाबाद रहे और उनकी इस पारी के कारण उन्हें टीम 160 तक पहुंचने में कामयाब रही। बर्मिंघम फिनिक्स के लिए यह लक्ष्य बहुत बड़ा साबित हुआ।
गेंद से भी उसामा ने की टीम की मदद
बर्मिंघम की टीम केवल 111 रन बनाकर ही ऑलआउट हो गई। टीम के केवल चार ही बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा छू सके। सबसे ज्यादा रन लिएम लिविंगस्टन के बल्ले से निकले जिन्होंने 27 रन बनाए। जैमी स्मिथ ने 15 रन बनाए। उसामा मीर ने गेंदबाजी से भी कमाल किया। उन्होंने 20 गेंदों में 27 रन देकर दो विकेट हासिल किए। वहीं टॉम हार्टले ने इतनी ही गेंदों में तीन विकेट लिए। वहीं रिचर्ड ग्लीसन, जॉश लिटल ने दो-दो और पॉल वालटर ने एक विकेट लिया।