चैम्पियंस ट्रॉफी का रोमांच आखिरी चरणों में पहुंच चुका है। भारत-बांग्लादेश और इंग्लैंड-पाकिस्तान के बीच सेमीफाइनल मुकाबला तय करेगा कि कौन सी दो टीमें फाइनल में भिड़ेंगी। साउथ अफ्रीका और अॉस्ट्रेलिया जैसी दिग्गज टीमें टूर्नामेंट से बाहर हो चुकी हैं। इसका मतलब है कि उनके पास और पॉइंट्स स्कोर करने का मौका नहीं है। फिलहाल वनडे में साउथ अफ्रीका नंबर 1, अॉस्ट्रेलिया दूसरे, भारत तीसरे और इंग्लैंड चौथे स्थान पर है। टीम इंडिया के पास इस टूर्नामेंट में जीत हासिल कर नंबर एक टीम बनने और इंग्लैंड के पास अपनी रैंकिंग सुधारने का मौका है।
यह है गणित: पिछली चैम्पियंस ट्रॉफी में इंग्लैंड का मुकाबला भारत से ही हुआ था और भारत ने बाजी मारी थी। दोनों इस बार भी खिताब के मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। आईसीसी वनडे रैंकिंग में अपनी पोजिशन और मजबूत करने में भी दोनों ही टीमें कोई कसर नहीं छोड़ना चाहेंगी। अगर भारत दूसरे सेमीफाइनल में बांग्लादेश से हार जाता है तो इंग्लैंड नंबर 3 पर पहुंच जाएगा। दूसरी ओर अगर भारत का फाइनल में मुकाबला इंग्लैंड से होता है तो जीतने पर वह वनडे रैंकिंग का बादशाह बन जाएगा। लेकिन अगर भारत और पाकिस्तान (आईसीसी रैंकिंग 8) फाइनल में भिड़ते हैं तो भारत को दूसरे पायदान से संतुष्ट होना पड़ेगा,क्योंकि पाकिस्तान की रैंकिंग काफी कम है।
ये हैं समीकरण:
-अगर भारत बांग्लादेश सेमीफाइल हारता है तो 115 पॉइंट रह जाएंगे।
-अगर फाइनल में पाकिस्तान को हराता है तो 119 अंकों के साथ दूसरे पायदान पर
पहुंच जाएगा।
-अगर पाकिस्तान से फाइनल में हारता है तो 116 पॉइंट्स मिलेंगे।
-अगर इंग्लैंड को फाइनल में मात देता है तो पॉइंट्स टेबल में 119 पॉइंट्स के साथ वनडे की टॉप टीम बन जाएगी।
-अगर फाइनल में इंग्लैंड से हार जाता है तो 116 पॉइंट्स होंगे।
इंग्लैंड और पाकिस्तान के मैच के बाद आज (14 जून) को मालूम चल जाएगा कि कौन सी टीम पहले फाइनल में पहुंचेगी। दूसरी टीम का फैसला भारत और बांग्लादेश के मैच के बाद होगा। भारतीय कप्तान ने अपनी पसंद जाहिर करते हुए कहा था कि सभी लोग फाइनल में भारत-इंग्लैंड का मुकाबला देखना चाहते हैं।

