T20 World Cup, India vs Pakistan: भारतीय क्रिकेट के पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह ने पाकिस्तानी एंकर को तब दो टूक सुनाई, जब बीसीसीआई सचिव जय शाह के एशिया कप के लिए टीम इंडिया के पाकिस्तान का दौरा नहीं करने से जुड़ा सवाल पूछा गया। बीसीसीआई सचिव जय शाह एशिया कप का आयोजन तटस्थ स्थल पर चाहते हैं।
उन्होंने बीसीसीआई का दोबारा सचिव चुने जाने के बाद इसे लेकर ऐलान भी किया, जिसके बाद पाकिस्तान क्रिकेट समुदाय में हलचल मच गई है। जय शाह एशियाई क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) के अध्यक्ष भी हैं। हरभजन सिंह इस मुद्दे पर चर्चा के लिए बुलाए गए पैनल का हिस्सा थे।
रमीज रजा ने पिछले साल एक बयान दिया था कि पाकिस्तान क्रिकेट के पास उतना पैसा नहीं है और उसे राजस्व के लिए बीसीसीआई की ओर देखने पड़ता है। उन्होंने कहा था, ‘एक तरह से भारत के व्यापारिक घराने पाकिस्तान क्रिकेट को चला रहे हैं। अगर कल को भारतीय प्रधानमंत्री यह फैसला करते हैं कि वह पाकिस्तान को कोई भी राजस्व नहीं लेने देंगे तो हमारा क्रिकेट बोर्ड बिखर सकता है।’
हरभजन ने पाकिस्तानी चैनल एआरवाई न्यूज के साथ आज तक के विशेष शो में कहा, ‘अगर आपको लगता है कि आप भारत नहीं आना चाहते हैं, तो कृपया न आएं। आपको कौन बुला रहा है? यदि आप आईसीसी इवेंट नहीं खेलना चाहते हैं, तो यह आपके फैसला है। अगर हमारे खिलाड़ी वहां सुरक्षित नहीं हैं तो हम नहीं भेजेंगे। अगर आप यही चाहते हैं तो मत खेलो।’
माहौल उस समय गर्मा गया, जब एंकर ने कहा कि अगर यह एशिया कप की जगह विश्व कप होता तब भी भारत क्या पड़ोसी मुल्क का दौरा नहीं करता? पाकिस्तानी एंकर ने कगा, ‘हरभजन साहब अभी कह रहे हैं, ‘हम नहीं आएंगे,’ मेरा इनको चैलेंज है… अगर आईसीसी का टूर्नामेंट, वह भी वर्ल्ड कप पाकिस्तान में हुआ, ये ना आएं तो मुझे बताएगा।’
इसके जवाब में हरभजन सिंह ने ‘चुनौती’ स्वीकार करते हुए कहा कि भारतीय क्रिकेट को पीसीबी की जरुरत नहीं है। उन्होंने कहा, ‘तो ले लिया भाई तेरा चैलेंज। भारतीय क्रिकेट अपना क्रिकेट चलाना जानता है। हमें पीसीबी की जरूरत नहीं है। हमारे पास एक मुद्दा है और हमने इसे कहा है। अगर सरकार मंजूरी देती है, तो निश्चित रूप से आएंगे।’
इस बीच, कामरान अकमल ने उसी समाचार चैनल से कहा कि एसीसी प्रमुख का फैसला खराब समय पर लिया गया। उन्हें इन मामलों पर पहले सभी क्रिकेट बोर्ड्स के साथ चर्चा करनी चाहिए थी। अकमल ने यह भी कहा कि पाकिस्तान इतने साल से पाकिस्तान के बाहर खेल रहा है और आखिरकार देश उनके यहां क्रिकेट खेलने आ रहे हैं।
कामरान अकमल ने ARY न्यूज पर कहा, ‘भारत भी एशिया कप के लिए क्यों नहीं आ सकता। साल 2011 में, हम वहां भारत में नहीं खेले थे। स्थिति वही थी। मैं चाहता हूं कि भारत-पाकिस्तान का खेल जारी रहे। राजनीति नहीं होनी चाहिए। क्रिकेट हमें जोड़ता है। अगर हम एक साथ नहीं खेल सकते हैं, तो हमारे सीमाएं पास (पड़ोसी के रूप में) होने का क्या फायदा है?’