Syed Mushtaq Ali Trophy Final, Tamil Nadu vs Baroda: बाएं हाथ के स्पिनर मणिमारन सिद्धार्थ की फिरकी के जादू की बदौलत तमिलनाडु ने रविवार को यहां फाइनल में बड़ौदा को 7 विकेट से हराकर दूसरी बार सैयद मुश्ताक अली राष्ट्रीय टी20 टूर्नामेंट का खिताब जीता। मणिमारन सिद्धार्थ प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए।
बड़ौदा के 121 रन के छोटे लक्ष्य का पीछा करते हुए तमिलनाडु ने सलामी बल्लेबाज सी हरि निशांत (35), बाबा अपराजित (नाबाद 29 रन, 35 गेंद, एक चौका), कप्तान दिनेश कार्तिक (22 रन, 16 गेंद, 3 चौके) और शाहरुख खान (नाबाद 18 रन, 7 गेंद, 2 चौके, एक छक्का) की पारियों की मदद से 12 गेंद शेष रहते तीन विकेट पर 123 रन बनाकर आसान जीत हासिल की।
मणिमारन सिद्धार्थ (20 रन पर 4 विकेट) की बलखाती गेंदों के सामने बड़ौदा की टीम विष्णु सोलंकी (49) और अतित सेठ (29) के बीच सातवें विकेट की 58 रन की साझेदारी के बावजूद नौ विकेट पर 120 रन ही बना पाई। आर साई किशोर ने 4 ओवर में सिर्फ 11 रन दिए। हालांकि, वह कोई विकेट नहीं ले पाए। हालांकि, विष्णु सोलंकी और अतित सेठ ने अंतिम चार ओवर में 50 रन जोड़कर टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरे तमिलनाडु के लिए एन जगदीशन (14) और निशांत ने पहले विकेट के लिए 26 रन जोड़े। लुकमान मेरीवाला ने जगदीशन को आउट करके इस साझेदारी को तोड़ा। निशांत और बाबा अपराजित ने इसके बाद 12वें ओवर में टीम का स्कोर 67 रन तक पहुंचाया। बाबाशफी पठान ने निशांत को भार्गव भट्ट के हाथों कैच कराके पवेलियन भेजा।
अपराजित और कार्तिक ने इसके बाद पारी को आगे बढ़ाया। टीम को अंतिम छह ओवर में जीत के लिए 40 रन की दरकार थी। कार्तिक ने पठान पर लगातार दो चौकों के साथ तमिलनाडु का पलड़ा भारी किया। हालांकि, सेठ ने कार्तिक को पवेलियन भेजा लेकिन शाहरुख ने मेरीवाला पर दो चौके और छक्का जड़कर टीम की जीत सुनिश्चित की।
इससे पहले तमिलनाडु के कप्तान दिनेश कार्तिक ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी। उनके इस फैसले को गेंदबाजों ने सही साबित किया। सैयद मुश्ताक अली टी20 टूर्नामेंट की शुरुआत साल 2006-07 में हुई थी। तमिलनाडु ने पहले ही सीजन को अपने नाम किया था। उसके बाद से तमिलनाडु ने अब खिताब जीता है। खास यह है कि 2006-07 में भी तमिलनाडु की कमान दिनेश कार्तिक के हाथों में थी। हालांकि, कार्तिक को छोड़कर उस टीम का कोई अन्य खिलाड़ी इस बार की प्लेइंग इलेवन में नहीं था।
तमिलनाडु के शाहरुख खान ने 18वें ओवर की आखिरी गेंद पर चौका जड़कर अपनी टीम को चैंपियन बनाया।
इसके बाद विष्णु सोलंकी ने अतिथि सेठ के साथ मिलकर सातवें विकेट के लिए 9.3 ओवर में 58 रन की साझेदारी की। अतिथि 30 गेंद में 29 रन बनाकर आउट हुए। सोनू यादव ने 19वें ओवर की दूसरी गेंद पर उन्हें अरुण कार्तिक के हाथों कैच कराया। उनकी जगह भार्गव भट्ट क्रीज पर आए। भार्गव ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 1 चौके और एक छक्के की मदद से 5 गेंद में नाबाद 12 रन बनाए।
20वें ओवर की पांचवीं गेंद पर रविश्रीनिवासन साई किशोर के थ्रो पर दिनेश कार्तिक ने विष्णु सोलंको को रन आउट किया। आखिरी गेंद खेलने के लिए बाबाशफी पठान क्रीज पर आए, लेकिन वह एम मोहम्मद की गेंद पर बिना खाता खोले विकेट के पीछे दिनेश कार्तिक को कैच थमा बैठे।
मणिमारन सिद्धार्थ ने कातिलाना गेंदबाजी की। उन्होंने 4 ओवर में सिर्फ 20 रन देकर 4 विकेट झटके। कार्तिक काकाडे उनके चौथे शिकार बने। मणिमारन ने 9वें ओवर की पांचवीं गेंद पर कार्तिक काकाडे को बोल्ड कर दिया। कार्तिक काकाडे ने सेमीफाइनल में पंजाब के खिलाफ अर्धशतक लगाया था और एक विकेट भी लिया था। इस मैच में वह 4 गेंद में 4 रन ही बना पाए। उनकी जगह दाएं हाथ के बल्लेबाज अतिथि सेठ बल्लेबाजी के लिए आए। कार्तिक जब आउट हुए तब तक बड़ौदा के खाते में 36 रन ही जुड़े थे।
पांचवें विकेट के रूप में अभिमन्यु राजपूत पवेलियन लौटे। मणिमारन सिद्धार्थ ने उन्हें 9वें ओवर की पहली गेंद पर कॉट एंड बोल्ड किया। मणिमारन का यह तीसरा विकेट था। अभिमन्यु राजपूत 8 गेंद में 2 रन ही बना पाए। उनकी जगह कार्तिक काकाडे क्रीज पर आए। अभिमन्यु जब आउट हुए तब बड़ौदा का स्कोर 8.1 ओवर में 5 विकेट पर 32 रन था।
चौथे विकेट के रूप में भानु पानिया पवेलियन लौटे। वह खाता भी नहीं खोल पाए। रविश्रीनिवासन साई किशोर के ओवर (सातवां) की दूसरी गेंद पर अरुण कार्तिक के थ्रो पर दिनेश कार्तिक ने उन्हें रन आउट किया। उनकी जगह अभिमन्यु राजपूत बल्लेबाजी के लिए मैदान पर आए। भानु जब आउट हुए तब बड़ौदा का स्कोर 6.2 ओवर में 4 विकेट पर 28 रन था।
बड़ौदा को तीसरा झटका स्मित पटेल के रूप में लगा। मणिमारन सिद्धार्थ ने छठे ओवर की पांचवीं गेंद पर स्मित पटेल को एलबीडब्ल्यू कर दिया। स्मित पटेल 5 गेंद में एक रन ही बना पाए। उनकी जगह दाएं हाथ के बल्लेबाज भानु पुनिया बल्लेबाजी के लिए आए। स्मित पटेल जब पवेलियन लौटे तब बड़ौदा का स्कोर 5.5 ओवर में 3 विकेट पर 28 रन था।
दूसरे विकेट के रूप में कप्तान केदार देवधर पवेलियन लौटे। वह सेमीफाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए थे। हालांकि, फाइनल में वह 10 गेंद में 16 रन ही बना पाए। उन्हें मणिमारन सिद्धार्थ ने चौथे ओवर की पांचवीं गेंद पर एन जगदीशन के हाथों कैच कराया। उनकी जगह दाएं हाथ के बल्लेबाज स्मित पटेल बल्लेबाजी के लिए आए। केदार जब पवेलियन लौटे तब बड़ौदा का स्कोर 3.5 ओवर में 2 विकेट पर 22 रन था।
तमिलनाडु की ओर से दूसरा ओवर बाबा अपराजित लेकर आए। उन्होंने पहली ही गेंद पर बड़ौदा को पहला झटका दे दिया। अपराजित की यह बहुत अच्छी गेंद नहीं थी, लेकिन निनाद राठवा चूके और अरुण कार्तिक ने बैकवर्ड पॉइंट के आगे की ओर डाइव लगाते हुए शानदार कैच पकड़ लिया। निनाद जब पवेलियन लौटे तब बड़ौदा का स्कोर 1.1 ओवर में 6 रन था। निनाद की जगह विष्णु सोलंकी बल्लेबाजी के लिए आए।
बड़ौदा की ओर से कप्तान केदार देवधर और निनाद राठवा ने पारी की शुरुआत की। तमिलनाडु की ओर से रविश्रीनिवासन साई किशोर पहला ओवर लेकर आए। केदार ने उनकी पहली ही गेंद पर चौका जड़ अपना और टीम का खाता खोला। निनाद राठवा ने चौथी गेंद पर एक रन लेकर अपना खाता खोला।
तमिलनाडु ने 29 जनवरी को राजस्थान को 7 विकेट और बड़ौदा ने पंजाब को 25 रन से हराकर खिताबी मुकाबले में प्रवेश किया था। दिनेश कार्तिक की कप्तानी वाली तमिलनाडु की टीम में अनुभवी और युवा खिलाड़ियों का मिश्रण है। वहीं, केदार देवधर की कप्तानी में बड़ौदा ने कई मुकाबले एकतरफा जीते हैं। उनकी टीम में कई ऐसे खिलाड़ी हैं, अपने दम पर मैच का रुख पलट सकते हैं।
तमिलनाडु के कप्तान दिनेश कार्तिक ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी है। बड़ौदा को पहले बल्लेबाजी करनी है।
तमिलनाडु की प्लेइंग इलेवन: हरि निशांत, एन जगदीसन, बाबा अपराजित, अरुण कार्तिक, दिनेश कार्तिक (विकेटकीपर/कप्तान), शाहरुख खान, सोनू यादव, रविश्रीनिवासन साई किशोर, एम मोहम्मद, मुरुगन अश्विन, मणिमारन सिद्धार्थ।
बड़ौदा की प्लेइंग इलेवन: केदार देवधर (कप्तान), निनाद राठवा, विष्णु सोलंकी, कार्तिक काकडे, अतिथि सेठ, स्मित पटेल (विकेटकीपर), अभिमन्यु राजपूत, भानु पनिया, बाबाशफी पठान, लुकमान मेरीवाला, भार्गव भट्ट।