सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के फाइनल में गुरुवार (18 दिसंबर) को झारखंड के बल्लेबाजों ने हरियाणा के गेंदबाजों की जमकर खबर ली। पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने के बाद झारखंड ने सिर्फ 3 विकेट पर 262 रन बनाए। इशान किशन और कुमार कुशाग्र के आउट होने के बाद ‘रांची के गेल’ रॉबिन मिंज और अनुकूल रॉय ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की।

अंशुल कम्बोज (AK47) समेत हरियाणा के गेंदबाज जूझते दिखे। विकेट से शुरुआत से बाद पहले 3 ओवर में केवल 30 रन देने वाले कम्बोज ने आखिरी ओवर में काफी खराब गेंदबाजी। उन्होंने 3 नोबॉल किए। हरियाणा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। कम्बोज ने विराट सिंह को पहले ही ओवर में आउट कर दिया, लेकिन इसके बाद झारखंड के बल्लेबाजों ने हरियाणा के गेंदबाजों की बखिया उधेड़ दी।

इशान-कुशाग्र की 82 गेंदों पर 177 रनों की साझेदारी

इशान किशन 49 गेंद पर 101 रन और कुमार कुशाग्र 38 गेंद पर 81 रन ने झारखंड के लिए 82 गेंदों पर 177 रनों की साझेदारी की। इसके बाद अनूकुल रॉय 20 गेंद पर नाबाद 40 और रॉबिन मिंज 14 गेंद पर नाबाद 31 रन ने 29 गेंद पर 75 रनों की साझेदारी की। झारखंड ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के फाइनल में सर्वश्रेष्ठ स्कोर खड़ा कर दिया।

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कम्बोज की आखिरी ओवर में खराब गेंदबाजी

अंशुल कम्बोज ने आखिरी ओवर में खराब गेंदबाजी की। 19वें ओवर के बाद झारखंड का स्कोर 3 विकेट पर 241 रन था। कम्बोज ने अच्छी गेंदबाजी की होती तो झारखंड के 255 तक पहुंच पाना मुश्किल था, लेकिन उन्होंने 3 नोबॉल समेत 21 रन दिए। अगर उन्होंने 3 नोबॉल नहीं किए होते तो कम्बोज ने केवल एक चौका और एक छक्का दिय था। कम्बोज ने 4 ओवर में 51 रन देकर 1 विकेट लिए।