सुरेश रैना को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अपनी कॉन्‍ट्रेक्‍ट लिस्‍ट से बाहर कर दिया। रैना बोर्ड की ग्रेड बी की लिस्‍ट में शामिल थे। लिस्‍ट से हटाए गए खिलाडि़यों में वे सबसे बड़े खिलाड़ी हैं। खबरों के अनुसार भारतीय बोर्ड ने रैना की क्रिकेट के प्रति घटती प्रतिबद्धता को देखते हुए यह कदम उठाया है। उत्‍तर प्रदेश रणजी टीम के एक पूर्व कोच का कहना है कि रैना अब अपने परिवार के प्रति ज्‍यादा लगाव रखते हैं और क्रिकेट दूसरे नंबर पर आ गया है।

अंग्रेजी अखबार मिड डे ने कोच के हवाले से लिखा है, ”जब से उसने परिवार बनाया है उसकी प्राथमिकताएं बदल गई हैं। मैंने नोटिस किया है कि वह खेल पर ध्‍यान नहीं दे रहा है। वह क्रिकेट के प्रति अब अनिच्‍छुक हो गया है। उसने इस सीजन में केवल तीन रणजी मैच खेले और मुश्‍ताक अली व विजय हजारे टूर्नामेंट में भी नहीं आया।”

30 साल के सुरेश रैना ने इसी साल जनवरी में इंग्‍लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज के दौरान भारतीय टीम का प्रतिनिधित्‍व किया था। लेकिन 2015 के बाद से वह वनडे और टेस्‍ट टीम से बाहर चल रहे हैं। रैना के बारे में कोच ने मिड डे को आगे बताया, ”काफी सारे नए खिलाड़ी सामने आ रहे हैं। इसके चलते उनकी (सुरेश रैना) भारतीय टेस्‍ट या वनडे टीम में वापसी की उम्‍मीद काफी कम है। वह अभी भी टी20 पर ध्‍यान दे सकता है लेकिन इसमें भी काफी कुछ उनकी आईपीएल फॉर्म पर तय करेगा।” रैना ने साल 2015 में बचपन की दोस्‍त प्रियंका चौधरी से शादी की थी। इसके बाद से वह टीम इंडिया से बाहर हैं। पिछले साल वे पिता बने थे।

बीसीसीआई की ओर से हाल ही में जारी नई कॉन्‍ट्रेक्‍ट लिस्‍ट में रवींद्र जडेजा, मुरली विजय और चेतेश्‍वर पुजारा को प्रमोशन देते हुए ग्रेड ए में शामिल किया गया था। इन तीनों क्रिकेटर्स को ग्रेड ए में विराट कोहली, एमएस धोनी, आर अश्विन और अजिंक्‍य रहाणे के साथ जगह दी है। बीसीसीआई ने खिलाडि़यों को मिलने वाली सालाना राशि को भी बढ़ाया था। इसके तहत ग्रेड ए के खिलाडि़यों को दो करोड़, ग्रेड बी वालों को एक करोड़ और ग्रेड सी वालों को 50 लाख रुपये सालाना मिलेंगे। वहीं मैच फीस को भी दोगुना कर दिया गया है। प्रत्‍येक टेस्‍ट के 15 लाख, वनडे के 6 लाख और टी20 के तीन लाख रुपये दिए जाएंगे।