भारत के अनुभवी बल्लेबाज सुरेश रैना ने मंगलवार को कहा कि महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी ने चेन्नई सुपर किंग्स को आईपीएल के इतिहास की सबसे मजबूत टीम बनाया। रैना ने कहा कि बतौर कप्तान धोनी का हर कदम सही रहा। उन्होंने टीम की वेबसाइट पर कहा ,”उन्होंने जो भी कदम उठाया, सटीक था । उन्हें पता है कि अलग अलग हालात में अलग अलग गेंदबाजों का कैसे इस्तेमाल करना है । वह स्टम्प के पीछे सब कुछ नियंत्रित कर लेते हैं। वह सब कुछ काफी बारीकी से देखते हैं।” धोनी 2008 में आईपीएल की शुरुआत से ही चेन्नई के कप्तान है। चेन्नई सुपर किंग्स ने तीन बार आईपीएल जीता और पांच बार उपविजेता रही। टीम ने सभी दस सत्रों में प्लेआफ के लिये क्वालीफाई किया।
चेन्नई के लिये 5368 रन बना चुके रैना ने कहा कि उनकी बल्लेबाजी में निखार आया है क्योंकि उन्हें मैथ्यू हेडन, माइकल हसी और स्टीफन फ्लेमिंग जैसे खब्बू बल्लेबाजों के साथ खेलने का मौका मिला। कोरोना वायरस महामारी के कारण दुनिया भर के खेल कैलेंडर पर भी असर पड़ा है । रैना ने कहा कि ऐसे में घर में रहना और सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करना जरूरी है। उन्होंने कहा ,”घर में रहना और सरकार के लॉकडाउन संबंधी दिशा निर्देशों का पालन करना होगा ताकि इस महामारी से पार पाया जा सके।”
गौरतलब है कि इससे पहले आस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज माइकल हस्सी स्वयं बहुत अच्छे फिनिशर रहे हैं लेकिन उनका मानना है कि इस मामले में भारत के विश्व कप विजेता कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का कोई सानी नहीं है जिन्हें उन्होंने इस भूमिका में सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर बताया। हस्सी ने ईएसपीएनक्रिकइन्फो के वीडियोकास्ट में संजय मांजरेकर से कहा, ‘‘धोनी क्रिकेट जगत में सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ फिनिशर हैं।”
उन्होंने कहा, ”धोनी शांतचित बने रह सकते हैं और विरोधी टीम के कप्तान को मौका देते हैं। धोनी के पास अविश्वसनीय ताकत है। वह जानते हैं कि कब उन्हें गेंद को सीमा रेखा के पार पहुंचाना है। उनके पास इस तरह का आत्मविश्वास है। ईमानदारी से कहूं तो मेरा खुद पर इतना भरोसा नहीं रहा।” आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ने कहा कि IPL में चेन्नई सुपरकिंग्स की तरफ से खेलते हुए लक्ष्य का पीछा करते समय उन्होंने धोनी से यह कला सीखी।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं कोशिश करता था कि निर्धारित रन रेट 12 या 13 रन से ऊपर नहीं जाए। और मैंने इसे धोनी से सीखा। वह अविश्वसनीय है। उसका मानना है कि जो दूसरों में दहशत पैदा करता है वह आखिर में जीत दर्ज करता है। धोनी शांतचित बना रहता है और लंबे समय तक ऐसे बने रहता है क्योंकि दबाव गेंदबाजों पर भी होता है। ’’

