आस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ और आरोन फिंच ने शुक्रवार को अपनी टीम के साथी ग्लेन मैक्सवेल के भारतीय बल्लेबाजों को ‘रेकार्ड के लिए खेलने वाले’ संबंधित टिप्पणी पर सहमति नहीं जताई और कहा कि यह मैक्सवेल की निजी राय है। आलराउंडर मैक्सवेल ने भारतीय बल्लेबाजों की यह कहकर आलोचना की थी कि वे टीम हित के बजाय निजी उपलब्धियों को लेकर ज्यादा चिंतित रहते हैं।

फिंच ने कहा कि भारतीय खिलाड़ियों को स्वार्थी कहने की बात पूरी तरह से ग्लेन की राय है। यह मेरा निजी विचार नहीं है। उन्होंने कहा कि विराट कोहली ने 80 गेंदों पर शतक जड़ा और उस पारी में कुछ भी स्वार्थी नहीं था। वह असाधारण पारी थी। शिखर धवन ने 95 गेंदों पर शतक पूरा किया। मेरा मानना है कि उसने रोहित शर्मा के साथ भारत को तेज शुरुआत दिलाई। भारत में कुछ बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं। विराट अब तक 25 शतक बना चुका है। यह अविश्वसनीय उपलब्धि है।

इस बीच, स्मिथ ने कहा कि किसी उपलब्धि के करीब पहुंचने पर बल्लेबाज का धीमा पड़ना नैसर्गिक है। यह दुनिया में किसी के साथ भी हो सकता है। जब आपके करीब कोई उपलब्धि होती है और वह आपके दिमाग में रहती है तो आप थोड़ा धीमा पड़ जाते हैं। मेरा मानना है कि विराट कोहली और रोहित शर्मा शानदार खिलाड़ी है और उन्होंने खूबसूरत बल्लेबाजी की। मुझे उनमें किसी तरह का स्वार्थीपन नहीं लगता।

उधर, मैक्सवेल ने भी उस बाबत सफाई देते हुए इन खबरों को खारिज किया कि उन्होंने विराट कोहली की आलोचना की थी। मैक्सवेल ने कहा कि यह ‘पूरी तरह से गलत’ है और आस्ट्रेलियाई टीम असल में भारतीय टैस्ट कप्तान से काफी प्रभावित है। उन्होंने शुक्रवार को सोशल मीडिया के जरिए रिपोर्ट को लेकर सफाई दी। मैक्सवेल ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘विषय से हटकर पेश किया गया… मैंने भी उसे (कोहली को) बधाई दी थी कि वह कितना अच्छा खेला और अपनी टीम को जीत की स्थिति में ले गया।

मैक्सवेल ने क्रिकेट आस्ट्रेलिया से भी बात करके कोहली को लेकर अपनी टिप्पणी पर स्पष्टीकरण दिया। इस आक्रामक बल्लेबाज ने ‘क्रिकेट.काम.एयू’ से कहा- मुझे यह आकलन करने को कहा गया था कि मौजूदा शृंखला में बल्ले से कौन दबदबा बना रहा है और मैंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि फिलहाल दुनिया में विराट से बेहतर गेंद को कोई हिट कर रहा है। उन्होंने कहा कि वह (विराट) मैदान पर जो कर सकता है, उससे हममें में से कई प्रभावित हैं और कैनबरा में वह जिस तरह मैच को हमसे दूर ले जा रहा था उसे रोकना काफी हद तक संभव नहीं था। मैक्सवेल ने कहा- लेकिन आज मैंने देखा कि इसे ऐसे लिखा गया जैसे मैं निजी तौर पर खेल के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक के खेलने के तरीके पर निशाना साध रहा हूं जो पूरी तरह से गलत है।