ऑस्ट्रेलिया ने श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में अच्छी शुरुआत हासिल की है। इसका श्रेय टीम के ओपनिंग जोड़ी को जाता है जिन्होंने पहले विकेट के लिए 92 रन की साझेदारी की। उस्मान ख्वाजा और ट्रैविस हेड ने श्रीलंकाई गेंदबाजों की जमकर कुटाई की। उस्मान ख्वाजा ने यहां शतक लगाकर अपने उन आलोचकों को भी जवाब दे दिया जो कि उन्हें संन्यास लेने की सलाह दे रहे थे।
उस्मान ख्वाजा ने शतक से दिया जवाब
उस्मान ख्वाजा ने गॉल में अपना 16वां टेस्ट शतक लगाकर आलोचकों को जवाब दिया। इस खिलाड़ी ने 49वें ओवर की तीसरी गेंद पर चौका लगाकर अपना शतक पूरा किया। इसके लिए उन्होंने 135 गेंदे ली। ख्वाजा ने अपनी पारी में 8 चौके और एक छक्का भी लगाया। यह ख्वाजा का एशिया में पांचवां और श्रीलंका में पहला शतक है।
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में नहीं चला था बल्ला
ख्वाजा बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में पूरी तरह फ्लॉप रहे थे। उन्होंने पांच माचों की 10 पारियों में केवल 184 रन बनाए। वह एक ही अर्धशतक लगा पाए और उनका औसत केवल 20.44 का रहा। इस प्रदर्शन के बाद 38 साल के खिलाड़ी को संन्यास की सलाह दी जा रही थी। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग और माइकल क्लार्क ने इस खिलाड़ी को संन्यास की सलाह दी थी।
क्लार्क और पोंटिंग ने दी थी संन्यास की सलाह
क्लार्क ने बियॉन्ड 23 पॉडकास्ट पर कहा, ‘वह एक अद्भुत खिलाड़ी रहे हैं, बिल्कुल अद्भुत खिलाड़ी. उनकी उम्र 38 साल है, मुझे लगता है कि यह यूजी (उस्मान ख्वाजा) के लिए संन्यास की घोषणा करने का एक शानदार अवसर हो सकता है।मुझे यह भी लगता है कि यह एक नए खिलाड़ी के लिए आने, बल्लेबाजी की शुरुआत करने, पहले एशेज टेस्ट मैच से पहले कुछ टेस्ट मैच क्रिकेट हासिल करने का एक शानदार अवसर हो सकता है’.
हालांकि उस्मान ख्वाजा ने साफ किया था कि वह कम से कम एशेज तक खेलना चाहते हैं। उस्मान ख्वाजा ने जवाब में कहा, ‘मैं खेलना चाहता हूं और जितना हो सके खेलता रहना चाहता हूं. लेकिन मुझे यह भी पता है कि सही समय पर बाहर निकलना भी जरूरी हो सकता है। मैं कम से कम एशेज खेलना चाहता हूं। मैं बहुत आगे की नहीं सोचता, बस इतना ही आगे सोचता हूं. जब तक हम जीत रहे हैं, मैं योगदान दे रहा हूं, मेरा शरीर अच्छा महसूस कर रहा है, मैं खेलता रहूंगा।”