भारतीय टीम का सफर एसडीएटी डब्ल्यूएसएफ स्क्वाश विश्व कप में शुक्रवार को खत्म हो गया। अब तक टूर्नामेंट में एक भी मैच न हारने वाली भारतीय टीम को सेमीफाइनल में उलटफेर का शिकार हो गया। दूसरी वरीयता प्राप्त भारत शुक्रवार को चौथी वरीयता प्राप्त मलेशिया के हाथों 0-3 से हारा। मलेशिया शनिवार को फाइनल में खिताब जीतने के लिए मौजूदा चैंपियन मिस्र से भिड़ेगा। मिस्र ने दूसरे सेमीफाइनल में जापान को 4-0 से हराया। मलेशिया को साई हंग ओंग केने ने शुरुआती मुकाबले में ही बढ़त दिला दी।

जोशना चिनप्पा को मिली थी हार

उन्होंने 37 मिनट तक चले मुकाबले में अभय सिंह को 7-4, 5-7, 1-7, 7-1, 7-6 से हराया। इसके बाद 18 साल की ऐरा आजमन ने अनुभवी जोशना चिनप्पा को 21 मिनट तक चले मुकाबले में 7-3, 7-3, 5-7, 7-4 से शिकस्त देकर मलेशिया को 2-0 की बढ़त दिला दी।

भारत को मुकाबले में बनाये रखने की जिम्मेदारी अनुभवी सौरव घोषाल के पास थी। विश्व रैंकिंग में 134 स्थान पर काबिज डारेन प्रागसाम ने हालांकि रैंकिंग में 19वें स्थान पर काबिज भारतीय खिलाड़ी को 7-5, 2-7, 7-6, 7-5 हराकर बड़ा उलटफेर किया।

पहली बार सेमीफाइल में पहुंचा था भारत

भारत पहली बार सेमीफाइनल में पहुंचा था। भारतीय टीम में अभय सिंह, जोशना चिनप्पा, सौरव घोषाल और तन्वी खन्ना हैं । भारत ने पहले दो मैचों में हॉन्गकॉन्ग चीन और दक्षिण अफ्रीका को 4-0 से हराया था । जापान पर मिली जीत के बाद यह तय हो गया था कि सेमीफाइनल में उसे शीर्ष वरीयता प्राप्त मिस्र से नहीं खेलना होगा ।

भारत ने पूल बी के आखिरी मैच में जापान को 3-1 से हराकर अंकतालिका में टॉप स्थान हासिल किया था। भारत की शुरुआत खराब रही और अभय सिंह को तोमोताका एंडो ने हरा दिया । अगले मैच में हालांकि जोशना चिनप्पा ने सातोमी वातानाबे को हराया । फिर भारत के नंबर एक पुरूष खिलाड़ी सौरव घोषाल ने आर टीसुकुए को मात दी ।