साउथ अफ्रीका की पूर्व कप्तान डेन वैन नीकेर्क को संन्यास से यू-टर्न के बाद बड़ा झटका लगा है। वह भारत और श्रीलंका में होने वाले महिला वनडे वर्ल्ड कप में खेलते नहीं दिखेंगी। हालांकि, वह टूर्नामेंट से पहले ट्रेनिंग कैंप का हिस्सा है, लेकिन उनका चयन नहीं होगा। कोच मंडला माशिंबी ने कहा है कि वैन नीकेर्क को सभी मानकों पर खरा उतरने पर भविष्य की सीरीज में चुना जाएगा।

वैन नीकेर्क अब घरेलू क्रिकेट में वापसी कर चुकी हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास से यू-टर्न लिया और साउथ अफ्रीका की विश्व कप टीम के चयन से पहले डरबन में एक हफ्ते के कैंप के लिए 20 खिलाड़ियों के स्क्वाड में शामिल हैं। लेकिन उनका नाम अगले हफ्ते घोषित होने वाली अंतिम पंद्रह खिलाड़ियों में शामिल नहीं होगा। माशिंबी ने कहा, “वह बस उन व्यापक खिलाड़ियों के बेस का हिस्सा हैं, जिन्हें हम अपने साथ लाने की कोशिश कर रहे हैं। वह निश्चित रूप से इस विश्व कप का हिस्सा नहीं हैं। वह नहीं जा रही हैं।”

2023 में नहीं खेल पाईं वैन नीकेर्क

32 वर्षीय वैन नीकेर्क टखने की चोट के कारण 2022 वनडे वर्ल्ड कप में नहीं खेल पाई थीं। वह इस विश्व कप में नहीं खेल पाएंगी। 2022 से पहले तीन संस्करणों में खेल चुकी हैं। 2017 में उन्होंने साउथ अफ्रीका की कप्तानी की थी, जहां उन्हें सेमीफाइनल में इंग्लैंड से हार का सामना करना पड़ा था। वह सात टी20 विश्व कप भी खेल चुकी हैं,लेकिन क्रिकेट साउथ अफ्रीका (सीएसए) की फिटनेस आवश्यकताओं को पूरा करने में विफल रहने के कारण 2023 में घरेलू सरजमीं पेर खेले गए टूर्नामेंट में नहीं खेल पाईं। इसके बाद ही उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी।

भविष्य की योजनाओं के लिए महत्वपूर्ण

माशिंबी ने स्वीकार किया कि डेन के अनुभव को देखते हुए वह भविष्य की योजनाओं के लिए महत्वपूर्ण होंगी। उन्होंने कहा, “यह सोचना हमारी भूल होगी कि वह बड़ी योजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा नहीं हैं। वह टीम की कप्तान रही हैं। वह लंबे समय से खेल रही हैं। इसमें वह सफल भी रहीं। मेरे लिए ऐसी खिलाड़ी को टीम में वापस लाना कोई बड़ी बात नहीं थी।”

वैन नीकेर्क को कोई विशेष लाभ नहीं दिया जाएगा

माशिंबी ने यह भी स्पष्ट किया कि उनके इस अनुभव के आधार पर वैन नीकेर्क को कोई विशेष लाभ नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा, “वह किसी भी अन्य खिलाड़ी की तरह हैं। आपको पता है उन्हें फिर से आगे बढ़ने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। उन्हें भी अपनी जगह बनानी होगी।”