इंग्लैंड के लॉर्ड्स मैदान में खेले गए दूसरे वनडे मैच में अंग्रेजों ने भारत को 86 रनों से मात दी। इसी के साथ तीन मैचों की सीरीज में इंग्लिश टीम ने 1-1 से बराबरी हासिल कर ली है। इस सीरीज का आखिरी और निर्णायक मैच 17 जुलाई को लीड्स में खेला जाएगा। इंग्लैंड के 323 रनों के लक्ष्य पीछा करने उतरी भारतीय टीम 236 रनों पर ही सिमट गई। भारत की ओर से सबसे ज्यादा रन सुरेश रैना (46) ने बनाए। रैना के बाद कप्तान विराट कोहली ने 45 और फिर एम एस धोनी ने 37 रनों का योगदान दिया लेकिन किसी की भी पारी भारत को जीत नहीं दिला सकी। इस हार के साथ ही भारतीय टीम के साथ कुछ ऐसा हुआ जो पिछले सात सालों में नहीं हुआ था। दरअसल 2011 के विश्वकप के बाद ये पहला मौका था जब टीम के किसी खिलाड़ी ने छक्का नहीं जड़ा। इस तरह से पिछले सात सालों में बिना कोई सिक्स लगाए पारी समाप्त होने का ये पहला मौका था।

इस मैच में 323 रनों के बड़े स्कोर को चेज करने उतरी भारतीय टीम के लिए शुरुआत अच्छी रही। लेकिन 50 रन बनने के बाद टीम के जल्द ही तीन विकेट गिर गए। कोहली 45 रन (56 गेंद, दो चौके) बनाकर मोईन अली की गेंद पर एलबीडब्‍ल्‍यू हुए. कप्‍तान के आउट होने से टीम इंडिया की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही थीं। कोहली और रैना के बीच चौथे विकेट के लिए 80 रन की साझेदारी हुई। 32वें ओवर में रैना 46 रन (63 गेंद, एक चौका) बनाकर आदिल राशिद की गेंद पर बोल्‍ड हो गए। 39वें ओवर में हार्दिक पंड्या (21) और 40वें ओवर में उमेश यादव (0) के आउट होने से टीम इंडिया की जीत की उम्‍मीदें लगभग खत्‍म हो गई थीं। स्‍थापित बल्‍लेबाज के रूप में केवल धोनी ही क्रीज पर थे। 43वें ओवर में प्‍लंकेट की गेंद पर एक रन लेते हुए धोनी ने वनडे में अपने 10 हजार रन पूरे किए। वे ऐसा कराने वाले दुनिया के 12वें और भारत के चौथे खिलाड़ी हैं। उन्‍होंने टीम इंडिया के अलावा एशिया इलेवन की ओर से खेलते हुए वनडे में यह बड़ा आंकड़ा छुआ है।

पारी के 47वें ओवर में प्‍लंकेट ने पहले धोनी (37)और फिर सिद्धार्थ कौल (2) को आउट करके टीम इंडिया को हार के और नजदीक पहुंचा दिया। टीम इंडिया का आखिरी विकेट 50वें ओवर की आखिरी गेंद पर चहल (12) के रूप में गिरा। पूरी टीम बल्‍लेबाजी में खराब प्रदर्शन करते हुए 236 रन बनाकर ढेर हो गई और उसे मैच 86 रन से हारना पड़ा। इंग्‍लैंड के लिए लियोम प्‍लंकेट ने सर्वाधिक चार विकेट लिए।