जब भी हम क्रिकेट से जुड़े सबसे अच्छे अंपायरों के बारे में सोचते हैं तो साइमन टॉफेल का नाम हमेशा जेहन में आता है। उन्होंने 2004 से 2008 तक लगातार पांच साल तक ICC अंपायर ऑफ द ईयर का अवार्ड जीता। हालांकि, सर्वश्रेष्ठ भी कभी-कभी गलत हो जाता है, खासकर तौर पर सचिन तेंदुलकर जैसे महान खिलाड़ी के मामले में कई बार। टॉफेल ने 2012 में अंपायरिंग से रिटायरमेंट ले लिया था। अब उन्होंने एक शो में स्वीकार किया है कि उनसे एक नहीं कई बार सचिन तेंदुलकर को गलत आउट देने की गलती हुई। यह भी बताया कि लेकिन महान बल्लेबाज कभी भी उनसे नाराज नहीं हुआ और न ही इस कारण उन दोनों के बीच रिश्ते खराब हुए।

एक शो में इस पर बात करते हुए टॉफेल ने बताया, ‘भारत और इंग्लैंड के बीच 2007 में ट्रेंट ब्रिज टेस्ट के दौरान, सचिन तेंदुलकर 91 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे। पॉल कॉलिंगवुड ने गेंद फेंकने के बाद अपील की और मैंने अंगुली उठा दी। तेंदुलकर स्पष्ट रूप से नाखुश थे। यहां तक कि फैसले को पचाने के लिए कुछ सेकंड के लिए पिच पर खड़े रहे। बाद में बॉल-ट्रैकिंग को बड़ी स्क्रीन पर दिखाया गया। उसमें गेंद ऑफ स्टम्प से काफी दूर थी।’

उन्होंने कहा, ‘यह स्पष्ट हो चुका था कि निर्णय में गलती हुई है। मुझे पता था कि इसे लेकर विश्व किक्रेट से किस तरह की प्रतिक्रिया मिलने वाली है। इसके बाद मैंने क्रिकइन्फो नहीं खोला, मैंने कोई भी अखबार नहीं पढ़ा। मुझे पता था मैं महीने भर तक मीडिया के निशाने पर रहूंगा।’ टॉफेल ने बताया कि घटना के अगले दिन उनकी सचिन से मैदान पर जाते समय खुलकर बात हुई। इससे उनके बीच एक दूसरे के प्रति सम्मान से भरा रिश्ता और बेहतर होने में मदद मिली।

टॉफेल ने कहा, ‘मैंने सचिन से कहा देखो, कल मैं गलत समझा था, तुम इसे जानते हो। मैंने गलत निर्णय दिया था। सचिन ने कहा कि मैं जानता हूं साइमन कि आप एक अच्छे अंपायर हैं, आप अक्सर गलती नहीं करते हैं। इसके बारे में चिंता नहीं करें। मैं ऐसा सचिन या खुद को बेहतर महसूस कराने के लिए नहीं कह रहा था। यह इस बात को स्वीकार करना था कि हम दोनों मैदान में अच्छा करने का पूरा प्रयास कर रहे थे। यह खेल है। मैं यह स्वीकार करना चाहता था कि मैं सच्चाई जानता हूं।’