भारत की मनु भाकर और सौरभ चौधरी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए ब्राजील के रियो डि जेनेरियो में चल रहे आईएसएसएफ शूटिंग वर्ल्ड कप में 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में गोल्ड मेडल जीता। इसी इवेंट में यशस्विनी देसवाल और अभिषेक वर्मा की भारतीय जोड़ी रजत पदक जीतने में सफल रही। आईएसएसएफ विश्व कप के इस इवेंट में मनु भाकर और सौरभ चौधरी की जोड़ी ने इस साल लगातार तीसरा स्वर्ण पदक जीता है। मनु और सौरभ की जोड़ी ने इस इवेंट में इस साल यह तीसरा स्वर्ण पदक जीता है। उन्होंने अप्रैल में बीजिंग और फरवरी में नई दिल्ली में हुए आईएसएसएफ शूटिंग वर्ल्ड कप में स्वर्ण पदक जीते थे।

इन दो पदकों के साथ भारत ने शूटिंग वर्ल्ड कप में शीर्ष पर रहते हुए अपना अभियान समाप्त किया। भारत ने इस वर्ल्ड कप में 5 स्वर्ण, 2 रजत समेत 9 पदक जीते। दूसरे नंबर पर चीन रहा। चीन के निशानेबाजों के हिस्से एक गोल्ड समेत 7 पदक आए। तीसरे नंबर पर कोरिया रहा। कोरियाई निशानेबाजों ने कुल दो पदक (एक स्वर्ण और एक रजत) जीते।

Indian Shooters
भारत ने इस आईएसएसएफ वर्ल्ड कप में 5 गोल्ड मेडल समेत 9 पदक जीते। (सोर्स- ट्विटर)

शूटिंग वर्ल्ड कप: अपूर्वी चंदेला और दीपक कुमार की जोड़ी ने गोल्ड जीता, अंजुम मौदगिल-दिव्यांस पंवार भी ब्रॉन्ज जीतने में सफल

10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट का फाइनल बेहद रोमांचक रहा। मनु भाकर और सौरभ चौधरी की जोड़ी ने 17-15 से यशस्विनी देशवाल और अभिषेक वर्मा को हराकर पहला स्थान हासिल किया। इस वर्ल्ड कप में भारत ने दो ओलंपिक कोटा भी हासिल किए। भारत के संजीव राजपूत ने पिछले शुक्रवार को 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन में रजत पदक हासिल करने के साथ ही 2020 टोक्यो ओलंपिक के लिए भी क्वालिफाई किया था। उनके अलावा यशस्विनी देसवाल ने शनिवार को महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल का स्वर्ण पदक अपने नाम करने के साथ टोक्यो ओलंपिक के लिए भी क्वालिफाई किया। था।

 

बॉक्सिंग और मार्शल आर्ट भी जानती हैं मनु भाकर
मनु ने बताया कि उसे एक्टिंग व डांस का भी शौक है। अगर कभी मौका मिला तो वह जरूर इसमें भी आगे बढ़ते हुए हाथ आजमाएगी। मनु अंग्रेजी और हिंदी दोनों ही तरह के गानों को सुनना पसंद करती है। मनु शूटिंग से पहले मुक्केबाजी और मणिपुर के मार्शल आर्ट थांग टा भी हाथ आजमां चुकी हैं। मनु के मुताबिक, मुक्केबाजी के दौरान एक बार उन्हें चोट लग गई थी। उसके बाद से उनकी मां ने बॉक्सिंग करने से रोक दिया था। इसके बाद वे निशानेबाज बनीं।