क्रिकेट को ज्यादातर बल्लेबाजों का ही गेम माना जाता है। आज के दौर में बेहतरीन तकनीक और जानदार बैट्स गेंदबाजों के छक्के छुड़ा देते हैं। मगर कुछ लम्हें ऐसे भी रहे हैं, जब खुद बॉलर्स ने ही बैट्समैनों के पसीने निकाल दिए। जी हां, हम बात कर रहे हैं अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट जगत में 160 किमी/प्रतिघंटा से भी तेज गति से फेंकी गई उन सबसे तेज गेंदों की जो बंदूक से निकली किसी गोली की तरह सबकी आंखों के सामने से गुजरी। ये वो गेंदें हैं, जिन्हें इतिहास आज भी इतने सालों बाद याद रखता है। आइए, हम आपको कुछ ऐसे ही पल की याद दिलाते हैं …
ब्रेट ली (160.1 km/h) : 8 नवंबर 1976 को जन्में ब्रेट ली ने आस्ट्रेलिया के लिए दिसंबर 1999 में भारत के खिलाफ अपना डेब्यू किया था। उन्होंने श्रीलंकाई बल्लेबाज मर्वन अटापट्टू को 160.1 किमी प्रति घंटा की गति से यॉर्कर गेंद फेंककर सीधे बोल्ड किया था। ली को उनके फैंस बिंगा नाम से भी पुकारते हैं।
जैफरी थॉमसन (160.6 km/h) : 1979 में इस गेंदबाज ने 160.6 km/h की गति से गेंद फेंककर उस दौर में नया कीर्तिमान स्थापित किया था। उन्होंने 51 टेस्ट मैचों में 200, जबकि 50 वनडे में 55 विकेट झटके हैं।
शॉन टैट (160.7 km/h) : इस मामले में चौथे नंबर पर एक बार फिर टैट ही हैं। उन्होंने ये कारनामा 2010 में पाकिस्तान के खिलाफ किया था। टैट ने 3 टेस्ट मैचों में 5 विकेट भी लिए हैं।
शॉन टैट (161.1 km/h) : ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज शॉन टैट ने 2010 में इंग्लैंड के खिलाफ 161.1 km/h की गति से गेंद फेंक बल्लेबाज को दुविधा में डाल दिया था। टैट ने 35 वनडे में 5.19 इकॉनमी से 62 विकेट झटके हैं।
ब्रेट ली (161.1 km/h) : ऑस्ट्रेलिया के बेहतरीन गेंदबाज ब्रेट ली ने 2005 में न्यूजीलैंड के खिलाफ 161.1 किमी/प्रतिघंटा की गति से गेंद फेंकी थी। ब्रेट ली 76 टेस्ट में 310, जबकि 221 वनडे में 380 विकेट झटक चुके हैं। टेस्ट में उनका इकॉनमी रेट 3.47 का था। टेस्ट में वह एक पारी में 10 बार 5 विकेट ले चुके हैं।
शोएब अख्तर (161.3 km/h) : क्रिकेट इतिहास में सबसे तेज गेंद डालने का रिकॉर्ड पाकिस्तान के तेज गेंदबाज शोएब अख्तर के नाम है। इस गेंदबाज ने 2003 के विश्व कप में इंग्लैंड के खिलाफ की थी। उन्होंने 46 टेस्ट मैचों में 178 विकेट लिए, जबकि 163 वनडे में 4.77 इकॉनमी रेट के साथ 247 विकेट झटके।
