पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने आईसीसी पर निशाना साधते हुए कहा है कि क्रिकेट की यह सर्वोच्च संस्था तेज गेंदबाजों को नियमों में बांधकर क्रिकेट को मार देगा। उन्होंने कहा कि तेज गेंदबाजों के लिए नए नियम और कानून के तहत दायरा सीमित करने से क्रिकेट अपनी लोकप्रियता और आकर्षण खो देगा। उन्होंने एक पाकिस्तानी टीवी चैनल से बातचीत में कहा, ‘आईसीसी तेज गेंदबाजों को नियमों में बांधकर उनका दम न घोटे, ऐसा करने से क्रिकेट अपना आकर्षण खो देगा।’

शोएब अख्तर ने कहा, ‘आईसीसी को नहीं भूलना चाहिए कि तेज गेंदबाज क्रिकेट के प्रमुख पात्र हैं। क्रिकेट प्रशंसक तेज गेंदबाजों को मैदान पर दौड़ते हुए, विकेट लेते हुए और भावनाएं व्यक्त करते हुए देखना चाहते हैं, वे इसका लुत्फ उठाते हैं। अख्तर ने सवाल उठाते हुए कहा, ‘जब आप अपनी टीम के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की कोशिश करते हो और जान लगा देते हो तो भावनाएं जाहिर हो ही जाती हैं. एक तेज गेंदबाज से और क्या उम्मीद की जा सकती है।’

अख्तर ने आईसीसी से दरख्वास्त की कि तेज गेंदबाजों को आजादी मिलनी चाहिए, उन्हें अपनी भावनाएं प्रकट करने, उग्र होने, प्रतिक्रिया व्यक्त करने की आजादी मिलनी चाहिए। उनके मुताबिक यही असली क्रिकेट है, यही बल्ले और गेंद के बीच का संघर्ष है। अख्तर ने आईसीसी पर आरोप लगाया कि उसने क्रिकेट के नियमों को बल्लेबाजों के अनुकूल बनाकर क्रिकेट को सिर्फ बैटिंग गेम बना दिया है। पाकिस्तान के एक अन्य महान तेज गेंदबाज वसीम अकरम ने भी शोएब अख्तर की हां में हां मिलाया और आईसीसी से तेज गेंदबाजों की स्वतंत्रता को प्रतिबंधित न करने की दरख्वास्त की।

अकरम ने कहा, ‘बहुत से क्रिकेट प्रशंसकों के लिए फास्ट बॉलर और बैट्समैन के बीच का संघर्ष ही पसंद आता है। जब वे एक दूसरे के खिलाफ जोर आजमाइश करते हैं, घूरते हैं तो दर्शकों को आनंद आता है और वे इसका भरपूर मजा लेते हैं। तेज गेंदबाज होने का अपना एक अलग मजा है, नियम में बांधकर तेज गेंदबाज के रुतबे को खत्म नहीं किया जाना चाहिए।

इस दौरान शोएब अख्तर ने न्यूजीलैंड के खिलाफ पाकिस्तानी तेज गेंदबाजों के प्रदर्शन पर दु:ख प्रकट किया। उन्होंने कहा कि न्यूजीलैंड की पिच तेज गेंदबाजों के लिए मददगार है फिर भी पाकिस्तान के तेज गेंदबाज उसका फायदा नहीं उठा पा रहे हैं। अख्तर ने कहा, ‘मुझे पाकिस्तानी तेज गेंदबाजों द्वारा न्यूजीलैंड में इस प्रकार के प्रदर्शन से कोई आश्चर्य नहीं हुआ। इसमें उनकी गलती नहीं है, वे यूएई में लगातार खेलने से बेजान पिच पर बॉलिंग करने के आदी हो चुके हैं।’