पिछले तीन रणजी ट्रॉफी सीजन में लगभग 2000 रन बनाने के बाद भी सौराष्ट्र के क्रिकेटर शेल्डन जैक्सन को न्यूजीलैंड ए खिलाफ भारत ए टीम और दलीप ट्रॉफी के लिए वेस्ट जोन की टीम में भी नहीं चुना गया। आईपीएल 2022 में शाहरुख खान की टीम कोलकाता नाइटराइडर्स (KKR) के क्रिकेटर ने जब यह जानने की कोशिश की कि उन्हें जोनल टीम में क्यों नहीं चुना गया तो उन्हें जवाब मिला कि वे बूढ़े हो गए हैं। 35 साल के शेल्डन इससे काफी निराश हैं। वे टीम इंडिया के लिए खेलना चाहते हैं।

चयन न होने पर शेल्डन ने स्पोर्ट्स स्टार से कहा, “अगर मैं देश के लिए खेलने की सोच रहा हूं और मुझे दलीप ट्रॉफी के लिए भी नहीं चुना जाता है क्योंकि किसी को लगता है कि मैं बहुत बूढ़ा हो गया हूं, तो मैं यह कैसे कर सकूंगा? मैं भारत ए के लिए चुने जाने की उम्मीद कर रहा था। इसकी उम्मीद करने में कुछ भी गलत नहीं है और समझ के बाहर कि आप मुझे दलीप ट्रॉफी के लिए क्यों नहीं चुनते हैं। एक पेशेवर खिलाड़ी के रूप में आप हमेशा अपने आप को एक उच्च स्तर पर ले जाने का प्रयास करते हैं। अब कंट्रोल के बाहर की चीज के कारण चयन नहीं होता है तो यह काफी हतोत्साहित करता है।”

उम्र की वजह से चयन न होने पर शेल्डन ने कहा, ” चयन का मापदंड उम्र क्यों है? अगर ऐसा है तो वे कम से कम 25 से 30 प्रतिशत घरेलू क्रिकेटरों के सपने को तोड़ रहे हैं जो 30 साल से ऊपर के हैं। मैं उनकी आवाज नहीं बन रहा हूं बल्कि खुद बोल रहा हूं। आप किसी को उच्च स्तर पर खेलने का सपना देखने से नहीं रोक सकते। मैं काफी समय से आवाज उठा रहा हूं।”

शेल्डन ने आगे कहा, “अब जब मैं 35 साल का हूं तो मुझे बूढ़ा करार दिया जा रहा है, लेकिन मैं 31 साल की उम्र से यह सुन रहा हूं। अब उन्होंने 30 से अधिक उम्र के छह से अधिक लोगों को चुना है, यह कैसे उचित है? उस समय, मुझे बताया गया था कि 30 से ऊपर के किसी को भी नहीं चुना गया है। लेकिन जब किसी खिलाड़ी को उसके प्रदर्शन के आधार पर 30 साल से ऊपर के होने पर भी देश के लिए चुना जाता है, तो इसे घरेलू क्रिकेट में क्यों नहीं अपनाया जाता ? मुझे लगता है कि किसी को न चुनना सिर्फ एक चाल है। जब आपक कोई अन्य कारण नहीं होता है, तो आप उसकी उम्र का हवाला देते हैं।”

शेल्डन ने अपने आगे के प्लान के बारे में कहा, “हर क्रिकेटर देश के लिए खेलना चाहता है और मैं भी उनमें से एक हूं। जिस दिन मैं इस पर विश्वास करना बंद कर दूंगा, मैं अपना मोटिवेशन खो दूंगा। मेरे पास किसी को साबित करने के लिए कुछ नहीं है। मैंने कई रिकॉर्ड तोड़े हैं। 75 प्रथम श्रेणी मैच खेलने के बाद, मेरा औसत 50 से ऊपर है। मैं देश के लिए खेलना चाहता हूं, मैं स्किल और फिटनेस पर काफी मेहनत करता हूं। मैं एक पेशेवर खिलाड़ी हूं और मैं वही करता रहूंगा जो मैं अबतक अच्छा करता आ रहा हूं। सौराष्ट्र के लिए रन बनाना और मैच जीताना जारी रखूंगा।”