Shane Warne Autopsy Report: थाइलैंड की पुलिस ने सोमवार यानी 7 मार्च 2022 को बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि पिछले हफ्ते थाईलैंड के एक द्वीप पर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर शेन वार्न की मौत प्राकृतिक कारणों से हुई थी। वार्न के परिवार को रिपोर्ट के बारे में बता दिया गया है। शेन वॉर्न के परिवार ने भी थाई पुलिस को बताया कि उन्हें दिल से जुड़ी परेशानियां और दमा था।

थाई पुलिस के उप प्रवक्ता ने कहा है कि शेन वॉर्न के पार्थिव शरीर को ऑस्ट्रेलियाई वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों को सौंप दिया जाएगा। थाई पुलिस ने पहले ही कहा था कि प्रारंभिक जांच के बाद वॉर्न की मौत में किसी तरह की साजिश के संकेत नहीं मिले, लेकिन पोस्टमार्टम कराया गया। शेन वॉर्न का थाइलैंड में 52 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था। उन्हें दिल का दौरा पड़ने की आशंका जताई गई थी।

इस बीच, शेन वॉर्न के मैनेजर जेम्स एर्सकिने ने खुलासा किया है कि ऑस्ट्रेलिया का यह महान स्पिनर छुट्टियों पर जाने से पहले दो सप्ताह तक सिर्फ तरल आहार (लिक्विड डाइट) ले रहा था। वॉर्न ने उस डाइट को लेने के बाद छाती में दर्द और पसीना आने की शिकायत भी की थी।

एर्सकिने ने ‘नाइन नेटवर्क’ से कहा, ‘वह अजीबोगरीब डाइट पर रहता था। हाल ही में इस तरह की डाइट में वह 14 दिन सिर्फ तरल पदार्थ ले रहा था। ऐसा वह तीन चार बार कर चुका है। इसमें वह काले और हरे जूस ही ले रहा था या फिर सफेद बन और मस्का या बीच में लसानिया भरा हुआ बन। पूरी जिंदगी वह सिगरेट पीता रहा। मुझे लगता है कि दिल का दौरा ही पड़ा होगा।’

मौत से चंद रोज पहले ही शेन वॉर्न ने इंस्टाग्राम पर अपनी पुरानी तस्वीर डालकर कहा था कि वह वजन कम करने की प्रक्रिया में हैं। उन्होंने कहा था, ‘आपरेशन दुबला होना शुरू हो गया है और लक्ष्य जुलाई तक दुबला पतला होने का है।’

शेन वॉर्न के एक दोस्त ने बताया कि उनका आखिरी भोजन ऑस्ट्रेलिया का मशहूर वेजेमाइट (फूड स्प्रेड) लगा टोस्ट था। ‘द स्पोर्टिंग न्यूज’ के सीईओ टॉम हाल ने पोर्टल पर लिखा, ‘मैंने कई बार शेन के साथ शानदार खाना खाया है, लेकिन वहां थाई खाना खाने की बजाय हमने ऑस्ट्रेलिया का मशहूर खाना वेजेमाइट लगा टोस्ट खाया। वह पक्का ऑस्ट्रेलियाई था। खाने के बाद वह अपने बच्चों को फोन करने बेडरूम में चला गया था।’

दुनिया को खलेगी क्रिकेट के माइकल जॉर्डन की कमी: माइकल क्लार्क

उधर, अपने दोस्त शेन वॉर्न के निधन से स्तब्ध ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने कहा, क्रिकेट को उसके माइकल जॉर्डन की कमी खलेगी। वह ऐसे इंसान को खोने से दुखी हैं जो कठिन दौर में हमेशा उनके साथ खड़े रहे। माइकल क्लार्क और वॉर्न मैदान से भीतर और बाहर एक दूसरे के काफी करीब थे। क्लार्क ने अक्सर कहा है कि वॉर्न उन्हें सबसे बेहतर समझते थे और जीवन के हर पहलू में कठिन दौर में उनकी ताकत बन गए थे।

माइकल क्लार्क ने ‘डेली टेलीग्राफ’ में अपने कॉलम में लिखा, ‘क्रिकेट हमेशा से आंकड़ों का खेल रहा है और वॉर्न के साथ मेरे रिश्ते को एक ही आंकड़ा स्पष्ट करता है ..23।’ उन्होंने कहा, ‘वार्नी ने मुझसे आकर कहा था कि वह चाहता है कि वनडे क्रिकेट में उसकी जर्सी नंबर 23 मैं पहनूं।’

उन्होंने कहा, ‘मैं इसके लिए हमेशा उसका आभारी रहूंगा। यह सम्मान पूरी जिंदगी मेरे साथ रहेगा। मुझे अपना जर्सी नंबर सौंपकर उसने साबित कर दिया था कि दूसरों से ज्यादा वह हमेशा मेरा साथ निभायेगा।’

क्लार्क ने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि पहले ही दिन से वह मेरे साथ इतना खुला, उदार और प्यार करने वाला क्यो था लेकिन वह ऐसा ही था।’ उन्होंने कहा, ‘मेरे हर दुख में और कठिन दौर में वह मेरे साथ खड़ा था। यही वजह है कि उसके जाने से उबर पाना बहुत मुश्किल है।’

इससे पहले 2014 में क्लार्क ने अपने एक और करीबी दोस्त फिल ह्यूज को खो दिया था जिनकी एक घरेलू मैच में सिर पर बाउंसर लगने के बाद मौत हो गई थी। क्लार्क ने ह्यूज के जनाजे को कंधा दिया था और उसकी श्रृद्धांजलि सभा में मार्मिक भाषण भी दिया था।