Asian Games medallist MR Poovamma ban For Doping: सोमवार 19 सितंबर 2022 को भारतीय एथलीट को शर्मसार करने वाली खबर आई। देश की सीनियर ‘क्वार्टर मिलर’ और एशियाई खेलों की पदक विजेता एमआर पूवम्मा पर दो साल का प्रतिबंध लगाया गया। वह पिछले साल हुई डोपिंग जांच में विफल रहीं। इसके बाद नाडा के डोपिंग रोधी अपील पैनल (एडीएपी) ने अनुशासनात्मक पैनल के 3 महीने के निलंबन के फैसले को उलट दिया। बत्तीस साल की एमआर पूवम्मा का डोप नमूना पिछले साल 18 फरवरी को पटियाला में इंडियन ग्रां प्री-1 के दौरान लिया गया था।
डोप नमूने में पूवम्मा मिथाइलहेक्सेनअमाइन प्रतिबंधित पदार्थ की पॉजिटिव पाईं गईं थीं। यह विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) संहिता के अंतर्गत प्रतिबंधित पदार्थ है। डोपिंग रोधी अनुशासनात्मक पैनल ने जून में उन्हें महज तीन महीने के लिए निलंबित किया था। अब नाडा की अनुशासनात्मक पैनल के फैसले के खिलाफ अपील में एडीएपी ने पूवम्मा पर दो साल का प्रतिबंध लगाया गया है।
पूवम्मा 2018 एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली 4 X 400 मीटर महिला और मिश्रित रिले टीमों की सदस्य थीं। वह 2014 एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली 4 X 400 मीटर रिले टीम का भी हिस्सा थीं। उन्होंने 2012 एशियाई खेलों में व्यक्तिगत 400 मीटर का कांस्य पदक जीता था। उन्हें 2015 में अर्जुन पुरस्कार से नवाजा गया था।
अभिनव मुखर्जी के अध्यक्षता वाले डोपिंग रोधी अपील पैनल ने अपने आदेश में कहा, ‘हमने डोपिंग रोधी अनुशासन पैनल द्वारा पारित 16.06.2022 के आक्षेपित आदेश को रद्द कर दिया और नाडा की अपील को मंजूरी दी। इसके परिणामस्वरुप एथलीट पर अनुच्छेद 10.2.2 की अयोग्यता के तहत दो साल के प्रतिबंध की मंजूरी दी जाती है।’
आदेश में यह भी कहा गया, ‘हम यह भी निर्देश देते हैं कि अनुच्छेद 10.10 के तहत एथलीट द्वारा नमूना संग्रह की तारीख यानी 18.02.2021 के बाद से हासिल किए अन्य सभी प्रतिस्पर्धी नतीजों को अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा और पदक, पॉइंट्स और पुरस्कारों की जब्ती की जाएगी।’
अपील पैनल ने कहा था, ‘एक बार जब एथलीट के शरीर में निषिद्ध पदार्थ का मिलना साबित हो जाता है और कोई क्षमाशील या गंभीरता कम करने वाली परिस्थितियां मौजूद नहीं हैं, तो एडीआर के तहत फैसला होता है।’
स्टार एथलीट से छीन लिए जाएंगे 3 पदक
पिछले साल टोक्यो ओलंपिक से कुछ हफ्ते पहले पटियाला में रिले ट्रायल से बाहर होने के बाद पूवम्मा के डोप में विफल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं। बाद में उन्होंने राष्ट्रीय शिविर छोड़ दिया जिसने कई लोगों को हैरान कर दिया था।
उन्होंने 13 और 23 मार्च को तिरुवनंतपुरम में इंडियन ग्रां प्री I और II में क्रमश: 53.39 सेकेंड और 52.44 सेकेंड (सीजन का सर्वश्रेष्ठ) के साथ रजत पदक जीते थे। उन्होंने अप्रैल में मलप्पुरम में फेडरेशन कप में भी 52.70 सेकेंड के समय के साथ रजत पदक भी जीता था। अब उनके तीनों पदक छीन लिए जाएंगे।