छत्तीसगढ़ से क्रिकेट और उससे जुड़े लोगों को शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया है। छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले की पुलिस ने रणजी क्रिकेट टीम के कप्तान हरप्रीत सिंह भाटिया के खिलाफ मामला दर्ज किया है। हरप्रीत सिंह भाटिया पर आरोप है कि उन्होंने सरकारी नौकरी के लिए महालेखाकार कार्यालय में डिग्री के फर्जी दस्तावेज जमा किए हैं।

रायपुर जिले के पुलिस अधिकारियों ने गुरुवार यानी 12 मई 2022 को बताया कि विधानसभा थाने की पुलिस ने क्रिकेट खिलाड़ी और राज्य के रणजी टीम के कप्तान हरप्रीत सिंह भाटिया (31) के खिलाफ मामला दर्ज किया है। हरप्रीत सिंह भाटिया बालोद जिले के निवासी हैं। पुलिस अफसरों के मुताबिक, महालेखाकार कार्यालय की शिकायत पर हरप्रीत सिंह भाटिया के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।

हरप्रीत सिंह भाटिया पर फर्जी अंकसूची के आधार पर महालेखाकार कार्यालय में लेखा परीक्षक/लेखापाल की नौकरी हासिल करने का आरोप है। अधिकारियों ने बताया कि महालेखाकार कार्यालय छत्तीसगढ़ ने साल 2014 में क्रिकेट कैडर से लेखा परीक्षक/लेखाकार के पद पर भर्ती के लिए आवेदन मांगे थे। हरप्रीत सिंह भाटिया ने महालेखाकार कार्यालय में जो दस्तावेज जमा किए थे, उनके प्रारंभिक सत्यापन के बाद उन्हें फील्ड ट्रायल के लिए बुलाया गया था। हरप्रीत सिंह भाटिया के प्रदर्शन के आधार पर उनको उम्मीदवारों की संभावित सूची में चुना गया था।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हरप्रीत सिंह भाटिया ने इस दौरान बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी से बीकॉम की डिग्री हासिल करने का प्रमाणपत्र जमा किया। चयन प्रक्रिया का पालन करते हुए विभाग ने डिग्री की प्रमाणिकता की पुष्टि के लिए विश्वविद्यालय से संपर्क किया, तो जानकारी मिली कि संस्थान ने ऐसी कोई अंकसूची जारी ही नहीं की थी। इसके बाद विभाग ने विधानसभा थाने में हरप्रीत सिंह भाटिया के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि महालेखाकार कार्यालय से शिकायत मिलने के बाद कार्रवाई करते हुए पुलिस ने क्रिकेट खिलाड़ी हरप्रीत सिंह भाटिया के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 420, 467, 468, 469, 470 और 471 के तहत मामला दर्ज किया। मामले की जांच की जा रही है।

हरप्रीत सिंह भाटिया साल 2010 आईसीसी अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप में भारतीय टीम के सदस्य भी थे। उन्हें साल 2011 के इंडियन प्रीमियर लीग में पुणे वॉरियर्स इंडिया ने अपनी टीम में चुना था। बाद में साल 2017 में रॉयल चैलेंजर्स बैंग्लोर ने भी उन्हें अपनी टीम में शामिल किया था। उस समय आरसीबी की कमान विराट कोहली के हाथों में थी।