कानपुर में भारत और बांग्लादेश के बीच खेला गया टेस्ट मैच ही शाकिब अल हसन के करियर का आखिरी टेस्ट मैच साबित हुआ। शाकिब अल हसन अपने घर पर साउथ अफ्रीका टेस्ट के साथ विदा लेना चाहते थे। हालांकि उनकी जान को उनके ही देश में खतरा है जिसके बाद इश खिलाड़ी ने फैसला किया है कि वह बांग्लादेश नहीं लौटेगा।
ढाका टेस्ट में आखिरी टेस्ट खेलना चाहते थे शाकिब
शाकिब अल हसन को 21 से 25 अक्टूबर तक ढाका में साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेलना था। हालांकि उनके बांग्लादेश आने से पहले ढाका में विरोध प्रदर्शन होना लगा। शाकिब फिलहाल दुबई के ट्रांजिट में है वह नहीं जाने की वहां से कहां जाएंगे।
शाकिब अल हसन घर नहीं जाऊंगा
शाकिब अल हसन ने इएसपीएनक्रिकइंफो से कहा, ‘मैं कहां जाऊंगा मैं नहीं जानता लेकिन यह तो पक्का है कि मैं घर (बांग्लादेश) नहीं जाऊंगा।’ शाकिब को बांग्लादेश में सिर्फ अपनी ही नहीं बल्कि अपने परिवार की सुरक्षा की भी चिंता है। शाकिब उसी शेख हसीना सरकार का हिस्सा थे जिनके खिलाफ देश में प्रदर्शन हुआ और लोगों में गुस्सा है।
शाकिब को दी गई थी सलाह
इससे पहले यूएनबी ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि शाकिब की वापसी से पहले छात्र नेताओं ने बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड में पत्र दिया था। इस पत्र में शाकिब को ढाका के स्टेडियम में जाने की अनुमति न देने की बात कही गई है। अधिकारियों ने लोगों का गुस्सा देखते हुए शाकिब अल हसन को बांग्लादेश न आने की सलाह दी गई है। शाकिब की जान को खतरा हो सकता है।
शाकिब ने इच्छा जाहिर की थी कि वह बांग्लादेश में ही अपना आखिरी टेस्ट मैच खेलना चाहते हैं। हालांकि घर वापसी से पहले उन्होंने शर्त रखी थी कि क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करे। बीसीबी के नये अध्यक्ष फारूख अहमद ने शाकिब के अनुरोध को यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि बोर्ड कोई सुरक्षा एजेंसी नहीं है और वह उन्हें किसी तरह की सुरक्षा की गारंटी नहीं दे सकता।