रियो ओलंपिक में भारत को पहला पदक दिलाने वाली महिला पहलवान साक्षी मलिक ने रविवार को रेसलर सत्यव्रत कादियान से सगाई की। दोनों कई साल से रोहतक में एक साथ प्रैक्टिस कर रहे हैं। सत्यव्रत कादियान रोहतक में अखाड़ा चलाने वाले पहलवान सत्यावन के बेटे हैं। साक्षी, सत्यव्रत को काफी समय से जानती हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक साक्षी मलिक के रियो ओलंपिक में हिस्सा लेने से पहले ही दोनों के परिवार की रजामंदी से इन दोनों की शादी तय हो गई थी। बताया जाता है कि दोनों के बीच प्रैक्टिस के दौरान प्यार हो गया था। सत्यव्रत ने अपने फेसबुक पेज पर भी लिखा था- “My Sweetheart #SakshiMalik ?You have made us proud.”
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सत्यव्रत भी एक रेसलेर हैं। उनकी उम्र 22 साल है यानी वह साक्षी से एक साल छोटे हैं। सत्यव्रत 97 किलोग्राम की कैटेगरी में रेसलिंग करते हैं। उन्होंने 2014 में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल जीता था। सत्यव्रत ने कई इंटरनेशनल मुकाबलों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है और मेडल जीता है। सत्यव्रत ने सबसे पहले 2010 में यूथ ओलंपिक्स में भारत का प्रतिनिधित्व किया था, जहां उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल जीता था। 2013 में वर्ल्ड यूथ रेसलिंग चैंम्पियनशिप में भी ब्रॉन्ज मेडल जीता था। 2014 एशियन गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले कादियान ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था। इसके साथ ही सत्यव्रत कादियान 2014 कॉमन वेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स में भी शामिल हुए थे। इसके अलावा कुछ माह पहले हुए हरियाणा सरकार के एक करोड़ के दंगल में भी वह तीसरे स्थान पर रहे थे।
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साक्षी मलिक और सत्यव्रत कादियान दोनों हरियाणा के रोहतक जिले से हैं औरप दोनों ही पहलवानों के परिवार से ताल्लुक रखते हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक सत्यव्रत वो पहले शख्स थे जिन्होंने रियो में मेडल जीतने के बाद साक्षी मलिक को बधाई दी थी। साक्षी मलिक ने रियो ओलंपिक में भारत को पहला मेडल दिलवाया था। उन्होंने किर्गिस्तान की रेसलर को हराया था। इसके साथ ही वह ओलंपिक में मेडल जीतने वाली पहली भारतीय रेसलर भी बन गई थीं।
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