रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण के मामले में आवाज बुलंद करने वालीं रेसलर साक्षी मलिक ने सरकार पर निशाना साधा है। दरअसल, साक्षी मलिक ने एशियन गेम्स के लिए पहलवानों के सेलेक्शन पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि वह रेसलर के सेलेक्शन में एकदम निष्पक्ष सुनवाई चाहती हैं। साक्षी ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट कर पूरा मामला बताया है।

विनेश और बजरंग को बिना ट्रायल भेजा गया!

साक्षी मलिक ने इस वीडियो में कहा है कि एशियन गेम्स के लिए कुछ पहलवानों को बिना ट्रायल के भेजा जा रहा है, मुझे भी इसके लिए एक ईमेल करने को कहा गया था, लेकिन मैंने साफ इनकार कर दिया। बता दें कि भारतीय ओलंपिक संघ की तदर्थ समिति द्वारा मंगलवार को विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया को एशियन गेम्स के लिए सीधे भेजे जाने की बात सामने आई थी, जबकि अन्य पहलवानों के लिए 22 और 23 जुलाई को ट्रायल रखे गए हैं।

क्या कहा है साक्षी मलिक ने?

साक्षी मलिक ने वीडियो में कहा है, “हमने एशियन गेम्स के लिए सरकार से समय मांगा था और सरकार ने हमें समय दिया भी। सरकार की ओर से हमसे 10 अगस्त के बाद ट्रायल के लिए कहा गया था और तभी हम विदेश में ट्रेनिंग के लिए आ गए, लेकिन पिछले 2-3 दिन से मुझे पता चला है कि 2 वजन श्रेणी में पहलवानों को बिना ट्रायल के ही भेजा जा रहा है, मुझे भी मेल करने के लिए कहा गया, लेकिन मैंने ऐसा करने से मना कर दिया है।”

निष्पक्ष हो सेलेक्शन

साक्षी ने आगे कहा कि मैं सेलेक्शन के लिए निष्पक्ष तरीके पर भरोसा करती हूं और आज तक कभी बिना ट्रायल के नहीं गई हूं और ना ही भविष्य में ऐसा करूंगी। साक्षी ने वीडियो में आगे कहा कि मैं बस यही चाहती हूं कि सेलेक्शन के लिए निष्पक्ष तरीका अपनाया जाए और सभी को न्याय मिले।

सरकार पहलवानों की एकता तोड़ना चाहती है- साक्षी

साक्षी मलिक ने एक अन्य पोस्ट में सरकार पर पहलवानों के बीच दरार डालने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। एक अन्य ट्वीट में साक्षी ने कहा है कि सरकार एशियन गेम्स में सीधे नाम भेजकर पहलवानों की एकता को तोड़ने का काम कर रही है। मैं न कभी बिना ट्रायल खेलने गई हूं और न ही इसका समर्थन करती हूं। मैं सरकार की इस मंशा से विचलित हूं। हमने सरकार से ट्रायल्स के लिए समय मांगा था, लेकिन सरकार ने हमारी झोली में यह बदनामी डाल दी है।