पूर्व भारतीय रेसलर साक्षी मलिक भारत की पहली और इकलौती महिला रेसलर हैं जिन्होंने ओलंपिक में देश के लिए मेडल जीता है। वह भारतीय रेसलिंग संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ हुए धरने में भी शामिल थी। उन्होंने प्रदर्शन के बाद कुश्ती को अलविदा कह दिया। साक्षी ने अब अपनी कहानी को किताब में बताया है। साक्षी ने इस किताब में यह भी बताया कि किस तरह उनके साथ भी यौन शोषण हुआ लेकिन वह डर के कारण यह बात बता नहीं पाई।
साक्षी मलिक के साथ हुआ था यौन शोषण
पीटीआई ने साक्षी मलिक के किताब के हवाले से लिखा कि जब छोटी थी तब उनके ट्यूशन टीचर ने उनका शोषण किया था लेकिन वह इस बारे में किसी को बता नहीं पाई। साक्षी ने लिखा, ‘मैं अपने परिवार को नहीं बता पाई क्योंकि मुझे लगता था कि यह मेरी गलती है। वह टीचर मुझे अजीब समय पर अपने घर बुलाता था। उन्होंने मुझे छूने की भी कोशिश की। मुझे ट्यूशन जाने में डर लगता था। मैं अपनी मां को कभी यह बात नहीं बता पाई।’ हाल में रिलीज हुई अपनी किताब ‘विटनेस’ में इसके अलावा अपने करियर के संघर्षों के बारे में भी लिखा है।
यहां क्लिक कर पढ़ें साक्षी मलिक की किताब से जुड़ी अन्य खबरें
साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के तत्कालीन अध्यक्ष बृजभूषण के खिलाफ लगभग एक महीने तक धरने पर बैठे थे। इन खिलाड़ियों ने बृजभूषण सिंह पर महिला रेसलर्स के साथ यौन शोषण का आरोप लगाया था। धरने के दौरान ही बृजभूषण सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी।
बजरंग-विनेश पर भी लगाया आरोप
पूर्व पहलवान साक्षी मलिक ने कहा कि पिछले साल विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के कारण उनके आंदोलन को नुकसान हुआ। उन्होंने कहा एशियाई खेलों के ट्रायल्स से छूट लेने के फैसले से बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ उनके विरोध प्रदर्शन की छवि प्रभावित हुई क्योंकि इससे यह अभियान स्वार्थी दिखने लगा।