लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साइना नेहवाल ने शनिवार को ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचकर इतिहास रच दिया जो यह मुकाम हासिल करने वाली पहली भारतीय महिला बन गर्इं।
उन्होंने महिला सिंगल्स सेमीफाइनल में चीन की सुन यू को सीधे गेम में हराया। दुनिया की तीसरे नंबर की खिलाड़ी साइना 2010 और 2013 में भी आल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप के सेमीफाइनल तक पहुंची थीं। उन्होंने गैर सीडेड सुन को 50 मिनट तक चले मुकाबले में 21-13, 21-13 से मात दी।
अब वे खिताब जीतने वाले भारतीय दिग्गजों प्रकाश पादुकोण (1980) और पुलेला गोपीचंद (2001) की जमात में शामिल होने से एक जीत दूर हैं।
साइना का मुकाबला छठी सीड स्पेन की कैरोलिना मारिन से होगा जिन्होंने सातवीं वसीड चीनी ताइपै की ताइ जू यिंग को 21-18, 21-11 से हराया। मारिन के खिलाफ साइना का कैरियर रेकार्ड 3-0 का है।
चीन की यिहान वांग को हराने के बाद साइना का सामना सुन से था जो दुनिया की 18वें नंबर की खिलाड़ी हैं। सुन के खिलाफ उसका कैरियर रेकार्ड 1-1 का था। सुन ने उसे 2013 चाइना ओपन में हराया था जबकि साइना ने पिछले साल जून में उसे ऑस्ट्रेलियाई ओपन में मात दी थी।
