भारतीय टेनिस स्टार लंदन ओलंपिक खेलों की कांस्य पदक विजेता साइना नेहवाल ने कहा है कि यदि बैडमिंटन खेल को बढ़ावा देने के लिए उनके जीवन पर कोई फिल्म या डाक्यूमेंटरी बनाई जाती है, तो उन्हें इससे कोई परहेज नहीं है।
साइना ने यहां टीटी नगर स्टेडियम में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘वैसे भी मेरे जीवन में क्या-क्या चल रहा है, सभी लोग देख रहे हैं और जानते हैं। यदि मूवी आए तो उसमें बैडमिंटन खेल को ही दिखाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि मेरे जीवन पर आधारित कोई फिल्म या डाक्यूमेंटरी बनाई जाती है, तो उसे बैडमिंटन खेल को बढ़ावा देने के लिए बनाई जानी चाहिए, न कि मुझे दिखाने के लिए।
साइना ने कहा, ‘अब तक खिलाड़ियों पर आधारित जो भी फिल्म जैसे ‘भाग मिल्खा भाग’ एवं ‘मैरीकोम’ आई हैं, वे रनिंग स्पोर्ट्स हैं, जबकि बैडमिंटन पूरी तरह से तकनीकी खेल है और इसको बनाने के लिए तकनीक भी सीखने पड़ेंगे, जो कि इतना सरल नहीं है। इसलिए यह इतना आसान नहीं है कि आप बैडमिंटन के खिलाड़ी पर आधारित कोई फिल्म बना लें। उन्होंने कहा कि बैडमिंटन खिलाड़ी पर आधारित कोई फिल्म बनाने के लिए कुछ समय लगेगा, लेकिन मेरा मानना है कि यदि मेरे जीवन पर कोई फिल्म बनाई जाती है, तो इसके लिए बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण स्पष्ट रू प से फिट रहेंगी, क्योंकि वह एक अच्छी बैडमिंटन खिलाड़ी भी हैं। जब उनसे पूछा गया कि यदि उनके जीवन पर आधारित फिल्म में दीपिका के साथ वह किसे अभिनेता देखना चाहेंगी, तो साइना ने झट से उत्तर दिया, ‘मैं इसमें शाहरुख खान को दीपिका के साथ हीरो देखना चाहती हूं।’
साइना मध्य प्रदेश सरकार के खेल एवं युवा कल्याण विभाग के आयोजित विक्रम अवॉर्ड समारोह में विशेष अतिथि के रू प में शामिल होने आई हैं और इस मौके पर प्रदेश सरकार उन्हें (साइना) 50 लाख रुपए से सम्मानित करेगी। यह राशि साइना को लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने पर इनाम के रू प में मध्य प्रदेश सरकार की ओर से मिलेगी।
कोच बदलने के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘मुझे कोच बदलने की सख्त जरू रत थी, क्योंकि गोपीचंद ज्यादा समय नहीं दे पा रहे थे और मैं अच्छा प्रदर्शन भी नहीं कर पा रही थी। मेरे नए कोच विमल कुमार बहुत समय दे रहे हैं, जिससे मेरे प्रदर्शन में भी सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के लिए हैदराबाद से बंगलूर आने-जाने में उन्हें कोई परेशानी नहीं है, क्योंकि यह मुझे पहले से ही पता था कि यदि विमल कुमार से प्रशिक्षण लेना है, तो मुझे बंगलूर जाना होगा। साइना ने बताया, सभी बिंदुओं पर फैसला लेने के बाद ही मैंने यह निर्णय लिया है।’
हालांकि, उन्होंने कहा, ‘दोनों कोचों का प्रशिक्षण एक जैसी है और मेरे लिए गोपीचंद और विमल कुमार दोनों ही एक समान हैं। साइना ने कहा कि ब्राजील के रियो डी जनेरियो में साल 2016 में होने वाले ओलंपिक के लिए अभी काफी समय है और वर्तमान में मेरा लक्ष्य अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में बेहतर प्रदर्शन करने पर लगा हुआ है। उन्होंने बताया कि भविष्य में बैडमिंटन के लिए कुछ करने के लिए मेरे मन में योजना है, लेकिन कुछ और साल मैं बैडमिंटन खेलना चाहती हूं। यह साल मेरे लिए अच्छा रहा, क्योंकि इसमें मैंने तीन बड़े खिताब जीते हैं।’
साइना से जब पूछा गया कि क्या उन्होंने नंबर वन खिलाड़ी बनने का लक्ष्य बनाया है, तो इस पर उन्होंने कहा, ‘कोई भी विश्व का नंबर वन खिलाड़ी बनने का लक्ष्य निर्धारित नहीं कर सकता है, क्योंकि जो नंबर वन है, वह भी बहुत मजबूत होता है और सभी काफी तैयारी के साथ मैदान में आएंगे। मैं रैंकिंग पर अभी उतना ध्यान नहीं देना चाहूंगी, जितना कि मैं परिणाम और अच्छे प्रदर्शन पर देना चाहती हूं। इसके साथ-साथ मैं अपने आप को और अधिक मजबूत बनाना चाहती हूं।’
साइना ने कहा कि अगला साल सभी के लिए निर्णायक होगा, क्योंकि सभी खिलाड़ी ओलंपिक में पूरी तैयारी के साथ उतरेंगे और सब अपनी रैंकिंग में सुधार करना चाहेंगे। उन्होंने कहा कि मैं रैंकिंग पर ध्यान नहीं देना चाहूंगी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘चीन की तीनों खिलाड़ी ली जुएरुई, शिजियान वांग एवं वांग यिहान उनके लिए चुनौती हैं। मैं ही नहीं कोई भी उन्हें चुनौती नहीं दे पा रही है। फिर भी उनके खिलाफ मेरे रेकार्ड में काफी सुधार आया है। हाल ही में मैंने कई बार चीनी खिलाड़ियों को मात दी है। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि पीवी सिंधु भी अच्छा खेल रही है और आने वाले ओलंपिक में भारत को महिला बैडमिंटन में दो पदक मिल सकते हैं।’
