दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने सोमवार को उस वीडियो को फर्जी बताकर खारिज कर दिया जिसमें वह एक मोबाइल गेमिंग ऐप का प्रचार करते नजर आ रहे हैं। इस वीडियो विज्ञापन में यूजर्स को आसानी से पैसे कमाने का लालच दिया गया है। वीडियो में सचिन तेंदुलकर को मोबाइल गेमिंग ऐप की खूबियों के बारे में बात करते हुए दिखाया गया है।

वीडियो में कहा जा रहा है कि उन्हें (सचिन तेंदुलकर) नहीं पता था कि पैसा कमाना इतना आसान हो गया है और उनकी बेटी इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करती है। क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक सचिन तेंदुलकर ने एक संदेश के साथ माइक्रो ब्लागिंग साइट X (पूर्व में ट्विटर) पर वीडियो पोस्ट किया। इसमें उन्होंने प्रौद्योगिकी के दुरुपयोग के बारे में चिंता जाहिर की।

तकनीक का दुरुपयोग गलत है: सचिन तेंदुलकर

सचिन तेंदुलकर ने लिखा, ‘ये वीडियो नकली है और आपको धोखा देने के लिए बनाया गया है। टेक्नोलॉजी का इस प्रकार का दुरुपयोग बिल्कुल गलत है। आप सब से विनती है कि ऐसे वीडियो या ऐप या विज्ञापन आपको अगर नजर आए तो उन्हें तुरंत रिपोर्ट करें। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को भी सावधान रहना चाहिए और इनके खिलाफ की गई शिकायत पर जल्द से जल्द एक्शन लेना चाहिए। उनकी भूमिका इस बारे में बहुत जरूरी है ताकि गलत सूचना और खबरों को रोका जा सके और डीपफेक का दुरुपयोग खत्म हो।’

सचिन तेंदुलकर ने अपनी पोस्ट को केंद्रीय उद्यमिता, कौशल विकास, इलेक्ट्रॉनिक्स और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर (@GoI_MeitY), भारत सरकार के इलेक्‍ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (@Rajeev_GoI) और महाराष्ट्र के साइबर सुरक्षा और साइबर अपराध जांच की नोडल एजेंसी महाराष्ट्र साइबर (@MahaCyber1) को टैग भी किया।

आम लोगों के साथ-साथ मशहूर हस्तियां भी बन चुकी हैं शिकार

बता दें कि पिछले कुछ दिनों से समाचार पत्रों, टीवी न्यूज और सोशल मीडिया पर डीपफेक वीडियो चर्चा का विषय है। डीपफेक तकनीक के शिकार होने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इस तकनीक के गलत इस्तेमाल से आम लोगों के साथ-साथ मशहूर हस्तियों के कई डीपफेक वीडियो ब्रॉडकॉस्ट हुए हैं। इनमें एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना, काजोल, अनुष्का सेन, ऐश्वर्या राय, आलिया भट्ट, कैटरीना कैफ और रतन टाटा का नाम सामने आया है। यही नहीं, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और फेसबुक प्रमुख मार्क जुकरबर्ग भी इसका शिकार हो चुके हैं।