न्यूजीलैंड के युवा बल्लेबाज रचिन रविंद्र ने सोमवार सुबह माउंट माउंगानुई में साउथ अफ्रीका के खिलाफ दोहरा शतक जमाया। भारत के खिलाफ डेब्यू करने वाले रचिन रविंद्र करियर का चौथा टेस्ट मैच खेले रहे थे। बे ओवल मैदान पर रचिन ने रविवार को करियर का पहला टेस्ट शतक जमाया और अगले ही दिन इसे दोहरे शतक में बदल दिया। रचिन ने इसके साथ ही 25 साल पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ दिया। यंग बिग्रेड के साथ खेल रही कीवी टीम साउथ अफ्रीका के खिलाफ अब मजूबत स्थिति में पहुंच गई है।
रचिन रविंद्र ने जमाया दोहरा शतक
सोमवार से पहले टेस्ट फॉर्मेट में रचिन रविंद्र का सर्वोच्च स्कोर 18 रन था। उन्होंने 2021 में भारत के खिलाफ कानपुर में यह पारी खेली थी। न्यूजीलैंड के इस साल के पहले घरेलू टेस्ट में रचिन ने सारी कसर पूरी कर दी। उन्होंने 546 मिनट तक क्रीज पर बल्लेबाजी की और 240 रन बनाए रचिन रविंद्र को नील ब्रैंड ने बोल्ड किया। ब्रैंड की ही गेंद पर रचिन को जीवनदान भी मिला था जब डुआने ओलिवियर ने उनका कैच ड्रॉप कर दिया था। रचिन उस समय 80 रन बनाकर खेल रहे थे।
रचिन और केन विलियमसन के बीच हुई मजबूत साझेदारी
रचिन और केन विलियमसन जिस समय बल्लेबाजी करने आए तब कीवी टीम की स्थिति अच्छी नहीं थी। उन्होंने 39 रन के स्कोर पर दो विकेट खो दिए थे। उन्होंने189 गेंदों में 10 चौके और एक छक्के के साथ अपना शतक पूरा किया था। इस दौरान उन्होंने केन विलियमसन के साथ तीसरे विकेट के लिए 233 रन की साझेदारी भी की। केन विलियमसन 118 रन बनाकर आउट हुए। विलियसन के टेस्ट करियर का यह 30वां शतक है। वहीं पिछले छह टेस्ट में पांचवां शतक है।
रचिन रविंद्र ने तोड़ा 25 साल पुराना रिकॉर्ड
रचिन रविंद्र ने अपनी इस पारी के साथ 25 साल पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ दिया। 1999 में न्यूजीलैंड के मैथ्यू सिनक्लेयर ने अपने पहले ही शतक को 214 रनों की पारी में बदला था जबकि रविंद्र ने अपने पहले टेस्ट शतक को 240 रनों तक पहुंचाया। रविंद्र अपने पहले टेस्ट शतक को सबसे बड़ी पारी में बदलने वाले कीवी क्रिकेटर बन गए हैं।