ऑस्ट्रेलिया ने साउथ अफ्रीका को 5 मैचों की वनडे सीरीज के पहले में 3 विकेट से हरा दिया। ऑस्ट्रेलिया के लिए इस जीत के हीरो मार्नस लाबुशेन रहे, जिन्हें वनडे वर्ल्ड कप टीम में जगह नहीं मिली है। गौर करने वाली बात यह है कि मार्नस लाबुशेन प्लेइंग 11 का हिस्सा भी नहीं थे। कगिसो रबाडा की बाउंसर गेंद कैमरन ग्रीन के हेलमेट पर लगी और कनकशन सब्स्टीट्यूट पर लाबुशेन मैदान पर आए। रबाडा का बाउंसर अफ्रीका को ही भारी पड़ गया।

ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। कप्तान टेम्बा बावुमा के शतक की मदद से साउथ अफ्रीका की टीम 49 ओवर में 222 रन पर ऑल आउट हो गई। 223 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम एक समय हार की कगार पर खड़ी दिखाई दे रही थी। अच्छी नहीं रही। कनकशन सब्स्टीट्यूट के तौर पर मार्नस लाबुशेन जब क्रीज पर आए तो ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 5 विकेट पर 72 रन था। टीम की मुश्किल और बढ़ गई जब मार्क्स स्टोइनिस और सीन एबट आउट हो गए।

मार्नस लाबुशेन और एश्टन एगर के बीच शतकीय साझेदारी

ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 16.3 ओवर में 7 विकेट पर 113 रन था। इसके बाद मार्नस लाबुशेन का साथ देने क्रीज पर एश्टन एगर आए। लाबुशेन और एगर ने ऑस्ट्रेलिया को आगे झटका नहीं लगने दिया और जीत तक पहुंचाया। टीम ने 40.2 ओवर में 7 विकेट खोकर 225 रन बना लिए। मार्नस लाबुशेन ने 93 गेंद पर 8 चौके की मदद से 80 रन बनाए। इसके अलावा एश्टन एगर ने 69 गेंद पर नाबाद 48 रन बनाए। दोनों के बीच नाबाद 112 रन की साझेदारी हुई।

ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी

ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी की बात करें तो डेविड वार्नर बगैर खाता खोले पवेलियन लौट गए। ट्रेविस हेड ने 28 गेंद पर 33 रन बनाए। कप्तान मिचेल मार्श ने 17 रन बनाए। कैमरन ग्रीन बगैर खाता खोले रिटायर्ड हर्ट हो गए। जोश इंग्लिश ने 1 रन बनाए। इसके अलावा एलेक्स कैरी ने 3, मार्क्स स्टेइनिश ने 17 और सीन एबट ने 9 रन बनाए। साउथ अफ्रीका की ओर से मार्को येनसेन ने 6 ओवर में 44 रन देकर 1 विकेट लिया। कगिसो रबाडा ने 9 ओवर में 48 रन देकर 2 विकेट लिया। लुंगी एनगिडी ने 8 ओवर में 42 रन देकर 1 विकेट लिया। गेराल्ड कोएटजी ने 7 ओवर में 44 रन देकर 2 विकेट और केशव महाराज ने 9 ओवर में 38 रन देकर 1 विकेट लिया।