क्रिकेट दिन ब दिन बहुत प्रतिस्पर्धी होता जा रहा है। यह खेल जितना रोमांचक है, इसके नियम उतने ही पेचीदा हैं। ऐसा ही एक नियम है जिसका नाम है टाइम आउट पर आउट। वनडे वर्ल्ड कप 2023 में बांग्लादेश के खिलाफ मैच में श्रीलंका के एंजेलो मैथ्यूज को टाइम आउट दिया गया था।
उस समय इसे लेकर काफी बवाल मच गया था। नौबत यहां तक पहुंच गई थी कि नवंबर 2023 में क्रिकेट के लिए नियम बनाने वाली संस्था मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) को बयान जारी करना पड़ा था। इस लेख में हम क्रिकेट के इसी नियम के बारे में जानेंगे, जिसकी कभी-कभी ही अपील होती है।
क्रिकेट में 3 फॉर्मेट होते हैं। टेस्ट, वनडे और टी20 इंटरनेशनल। टेस्ट और वनडे में टाइम आउट के लिए 2 मिनट और टी20 इंटरनेशनल में 90 सेकंड का टाइम आउट पीरियड होता है। टी20 इंटरनेशनल में बल्लेबाज 90 सेकंड के अंदर खेलने के लिए तैयार होना चाहिए, जबकि टेस्ट और एकदिवसीय में यह समय 2 मिनट का होता है।
कभी-कभी यह भी हो सकता है कि बल्लेबाज समय सीमा के भीतर मैदान पर तो आ गया, लेकिन बॉल रिसीव नहीं कर रहा है, एक्सरसाइज कर रहा है, गार्ड लेने में बहुत टाइम लगा रहा है या कुछ और कर रहा है तो अंपायर फील्डिंग साइड की अपील पर बल्लेबाज को आउट दे सकता है। हां, अगर फील्डिंग टीम तैयार नहीं है तब बल्लेबाज को थोड़ा लाभ मिल सकता है।
इसमें एक सबसे जरूरी और सामान्य सवाल यह है कि टाइम आउट का समय शुरू कब से होता है? तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जैसे ही बल्लेबाज आउट दिया जाता है, तभी टीवी अंपायर टाइमर दबा देता है और समय शुरू हो जाता है।
हां, इसमें एक मामला यह भी हो सकता है कि मान लीजिये डीआरएस (DRS) ले लिया गया, तो उस स्थिति में जब भी डीआरएस पर फैसला आउट दिया जाएगा और बल्लेबाज आउट दिया जाएगा तब से समय शुरू हो जाएगा। डीआरएस की स्थिति में बस इतना ही अंतर है।
वर्ल्ड कप 2023 में बांग्लादेश ने श्रीलंका के एंजेलो मैथ्यूज को टाइम आउट किया था। उन्होंने सदीरा समरविक्रमा के आउट होने के बाद 2 मिनट के भीतर बॉल रिसीव नहीं की थी। इंटरनेशनल क्रिकेट में एंजेलो मैथ्यूज इस तरह से आउट होने वाले पहले बल्लेबाज थे। पूरी खबर यहां पढ़ें