रोहित शर्मा के बचपन के कोच दिनेश लाड ने भारतीय वनडे और टेस्ट टीम के कप्तान के 2027 वनडे विश्व कप में खेलने की संभावनाओं पर बड़ा अपडेट दिया है। इस साल जून में टी20 विश्व कप में टीम की अगुआई करने के बाद इस अनुभवी बल्लेबाज ने टी20आई से संन्यास की घोषणा कर दी थी। भले ही उन्होंने अन्य दो प्रारूपों से संन्यास नहीं लिया है, लेकिन कई लोगों का मानना है कि दाएं हाथ का यह बल्लेबाज जल्द ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लेगा। सोशल मीडिया पर चल रही अफवाहों में कहा गया है कि रोहित शर्मा मौजूदा आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के समापन के बाद अपने शानदार करियर को अलविदा कह देंगे।
रोहति कब वनडे और टेस्ट से ले सकते हैं रिटायरमेंट
भारत के वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने की संभावना है और कई लोगों का मानना है कि इस फाइनल में टीम की अगुआई करने के बाद वो टेस्ट के साथ-साथ वनडे से भी संन्यास ले सकते हैं। हालांकि दिनेश लाड ने इन अफवाहों को खारिज करते हुए कहा है कि रोहित शर्मा 2027 विश्व कप से पहले वनडे से संन्यास नहीं लेंगे।
लाड ने माना कि भारत का यह स्टार अगले साल टेस्ट से संन्यास ले सकता है, लेकिन वनडे खेलना जारी रखेगा। जब लाड से पूछा गया कि क्या रोहित मौजूदा डब्ल्यूटीसी चक्र के समापन के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेंगे, तो उन्होंने कहा कि नहीं, देखिए, मैं यह नहीं कह रहा हूं कि रोहित शर्मा विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के बाद संन्यास की घोषणा करेंगे, हालांकि ऐसा हो सकता है।
लाड ने आगे कहा कि जैसे-जैसे उनकी उम्र बढ़ रही है, ऐसा लगता है कि वह टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले सकते हैं। इसका कारण यह हो सकता है कि वह खुद को वनडे क्रिकेट के लिए पूरी तरह से फिट रखना चाहते हैं। हालांकि मुझे 100 प्रतिशत यकीन है कि रोहित शर्मा 2027 वनडे विश्व कप में खेलेंगे। वह जिस तरह का क्रिकेट खेल रहे हैं, वह अविश्वसनीय है। आपको बता दें कि रोहित ने कई बार कहा है कि वनडे विश्व कप जीतना उनके लिए एक सपना है।
हालांकि उन्होंने 2007 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था, लेकिन उन्हें 2011 विश्व कप के लिए टीम में जगह नहीं मिली थी जिसे भारत ने जीता था। रोहित ने उस अनदेखी के बाद से हर विश्व कप में खेला है, लेकिन अभी तक प्रतिष्ठित ट्रॉफी नहीं जीत पाए हैं। पिछले साल वह टीम को विश्व कप के फाइनल में ले जाने वाले चौथे भारतीय कप्तान बने, लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सके थे।
