फ़ज़ल इमाम मल्लिक

रविवार को राजधानी के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम पर सत्रह बार के ग्रैंडस्लेम विजेता स्विट्जरलैड के रोजर फेडरर ने अपनी चमक बिखेरी। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय प्रीमियर टेनिस लीग (आइपीटीएल) के भारतीय चरण में कुछ दर्शनीय शाट लगाए। यह पहला मौका है जब फेडरर भारत में कोर्ट पर उतरे और टेनिस खेली। हालांकि दर्शकों की तादाद बहुत ज्यादा नहीं थी लेकिन फिर भी जितने लोग मौजूद थे उन्हें फेडरर ने अपने चमत्कारिक खेल से अभिभूत किया। यह अलग बात है कि यह चमक कभी-कभी ही देखने को मिली। फेडरर ने बैकहैंड पर कुछ अच्छे शाट तो लगाए ही कुछ दनदनाते रिर्टन लगा कर भी दर्शकों का मन मोहा। हालांकि तीन सेटों के अपने मैच में उन्होंने दो बार डबल फाल्ट भी किया। लेकिन जो तीन मैच उन्होंने खेले वे तीनों ही उन्होंने जीते। फेडरर की अगुआई में इंडियन एसेस ने सिंगापुर स्लैमर्स को 26-16 से हराया।

फेडरर का भारत में पदार्पण शानदार रहा। उन्होंने पहले मुकाबले में भारत की सानिया मिर्जा के साथ जोड़ी बना कर भ्मिक्सड डबल्स में बू्रनो सोरेस और डेनियला हंतुचोवा को 6-0 से हराया। उन्होंने थामस बर्डिच के खिलाफ पुरुष सिंगल्स और रोहन बोपन्ना के साथ पुरुष डबल्स मुकाबला भी जीता। में भी जीत दर्ज की। यह अलग बात है कि एक और धुरंधर खिलाड़ी पीट संप्रास ने अपने प्रशंसकों को मायूस किया। वे अपना मुकाबला हार गए। शुरुआत लीजेंड मैच से हुई। इस मुकाबले में स्लैमर्स के पैट राफ्टर ने इंडियन एसेस के पीट संप्रास को 6-2 से हराया।
फेडरर ने पुरुष डबल्स में बोपन्ना के साथ जोड़ी बनाई और निक कीर्गियोस और लेटिन हेविट को 6-1 से बिना किसी मशक्कत के हराया। इसके बाद स्विस खिलाड़ी ने बर्डिच को सिंगल्स में 6-4 से हराया। महिला सिंगल्स मैच में अन्ना इवानोविच ने डेनियल हंतुचोवा को 6-5 से हराया।
फेडरर रविवार की सुबह संप्रास के साथ यहां पहुंचे। फेडरर ने जब से आइपीटीएल के दिल्ली चरण में खेलने की घोषणा की तभी से टेनिस प्रेमी उन्हें खेलते हुए देखना चाह रहे थे और इसे लेकर रोमांचित भी थे। फेडरर ने भी अपने प्रशंसकों के उत्साह को बढ़ाया था। उन्होंने ट्विटर पर अपने प्रशंसकों से कहा कि वे फोटोशाप के जरिए देश का नजारा पेश करें। ताकि वे भारत को बेहतर तरीके से जान-समझ सकें क्योंकि मैच के दौरान उन्हें कहीं घूमने का मौका नहीं मिलेगा। उन्होंने इसलिए यहां पहुंचने पर संप्रास के साथ फोटो ट्वीट किया था।
सानिया के साथ मिकस्ड डबल्स के मुकाबले के बाद उन्होंने कहा कि दिल्ली आना बहुत खास है। मैं जबसे यहां पहुंचा हूं मुझे विशेष तवज्जो दी जा रही है। मैं यहां आकर बहुत खुश हूं। आप सभी का धन्यवाद। सानिया ने एक सवाल के जवाब में कहा कि रोजर के साथ खेलना सम्मान की बात है। मैं उनके साथ आस्ट्रेलियाई ओपन में खेलना चाहूंगी। फेडरर मैं यहां अपने खेल को लेकर हैरान हूं। मैं सिंगल्स, डबल्स और मिक्सड डबल्स में खेला और मैंने अच्छा प्रदर्शन किया। यह प्रारू प दिलचस्प है और इसे खेलने में मजा आता है। हम पेशेवर सर्किट में टीम नहीं उतार सकते और यहां उसके लिए जगह है। इस तरह से लोगों को कुछ अच्छी टेनिस देखने का भी मौका मिलेगा।
शहर के पंचतारा होटल में भारतीय मेहमानवाजी का लुत्फ उठान के बाद फेडरर मैच से लगभग घंटा भर पहले स्टेडियम पहुंचे। कोर्ट पर पहुंच कर वे संप्रास के साथ ज्यादातर समय गुफ्तगू में मशगूल रहे। दर्शकों के लिए यह विशेष क्षण था। स्टेडियम में मौजूद दर्शक लगातार रोजर-रोजर चिल्ला रहे थे।
फेडरर ने आइपीटीएल को ‘नुमाइशी’ टूर्नामेंट करार देते हुए कहा कि वह पेशेवर टूर पर खेले जाने वाले टेनिस को तरजीह देंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या वे पेशेवर चेन्नई ओपन में खेलना पसंद करेंगे, उन्होंने कहा- अगले साल नहीं क्योंकि मैं फिर ब्रिसबेन में खेलूंगा। मेरे चार बच्चे भी हैं और हमें अधिक यात्रा से बचना है। मेरे लिए ब्रिसबेन में खेलना अधिक आसान है। भारत में पेशेवर टूर्नामेंट की बजाय नुमाइशी टूर्नामेंट खेल पाना ही संभव है।
फेडरर ने कहा कि फिलहाल यह शुरुआत है। इसे लेकर बहुत कुछ नहीं कहा जा सकता। वैसे टूर पर हम जिस तरह से खेलते हैं, उसमें किसी तरह के बदलाव की गुंजाइश नहीं है। लेकिन इस तरह के टेनिस लिए जगह तो हे। प्रशंसकों के साथ अधिक बातचीत कर सकते हैं और ज्यादा लुत्फ उठा सकते हैं। मुझे यहां खेलना अच्छा लगा क्योंकि यहां ज्यादा टूर्नामेंट नहीं होते। फेडरर च्आइपीटीएल में भारत चरण में ही हिस्सा ले रहे हैं।