भारतीय फुटबाल टीम को मालदीव के खिलाफ होने वाले सैफ कप सेमीफाइनल से पहले मंगलवार को तब करारा झटका लगा जब उसके स्ट्राइकर रोबिन सिंह घुटने की चोट के कारण टूर्नामेंट के बाकी बचे मैचों से बाहर हो गए। दिल्ली के खिलाड़ी रोबिन घुटने की चोट से उबरने में नाकाम रहे। वे 25 दिसंबर को श्रीलंका के खिलाफ शुरुआती मैच के दौरान चोटिल हो गए थे। भारत ने यह मैच 2-0 से जीता था। रोबिन ने मैच में दोनों गोल किए थे लेकिन 75वें मिनट में दूसरा गोल करने के बाद उन्हें स्ट्रेचर पर बाहर आना पड़ा। वे नेपाल के खिलाफ भारत के दूसरे मैच में नहीं खेल पाए थे।
मुख्य कोच स्टीफन कांसटेनटाइन ने रोबिन का चोट के कारण बाहर होने को ‘निराशाजनक’ बताया। कांसटेनटाइन ने कहा कि सोमवार को एमआरआइ से पता चला कि उनके घुटने की परेशानी थोड़ी गंभीर है। चिकित्सकों ने हमें उन्हें दस दिन तक विश्राम देने की सलाह दी है जिसके बाद एक और एमआरआइ किया जाएगा। यह हमारे लिए बड़ा नुकसान है। उसने राष्ट्रीय टीम के लिए नियमित तौर पर गोल करने शुरू कर दिए थे और वे कड़ी मेहनत करने वाला खिलाड़ी है। सैफ कप के दिशानिर्देशों के अनुसार भारत को रोबिन के स्थान पर किसी अन्य खिलाड़ी को रखने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
दूसरी तरफ, मौजूदा चैंपियन अफगानिस्तान के हाथों ग्रुप चरण में 1-4 से हारने के बावजूद मालदीव के कोच रिकी हरबर्ट का मानना है कि उनके खिलाड़ी गुरुवार को सैफ कप सेमीफाइनल में भारत को हरा सकते हैं। मालदीव ग्रुप बी में दूसरे स्थान पर रहा और अब उसे पहले सेमीफाइनल में छह बार के चैंपियन भारत से भिड़ना है। हरबर्ट ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि उनकी टीम विजेता बनेगी।
हरबर्ट ने मालदीव के समाचार पत्र ‘हावीरू’ से कहा कि अगर हम कल अफगानिस्तान के खिलाफ जीत भी जाते तब भी हमें ट्राफी जीतने के लिए सेमीफाइनल और फाइनल जीतने होंगे। इसलिए हम मुकाबले को लेकर चिंतित नहीं हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि हमारी टीम पर्याप्त विश्राम मिलने के बाद भारत को हरा सकती है। हरबर्ट ने हालांकि इसके साथ ही स्वीकार किया कि भारत को घरेलू परिस्थितियों का फायदा मिलेगा और उसकी युवा टीम मजबूत है। भारत ने सैफ कप के नाकआउट चरण में मालदीव को छह बार हराया है। दूसरे सेमीफाइनल में अफगानिस्तान का सामना श्रीलंका से होगा।