Rishabh Pant: भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत ने टेस्ट प्रारूप में लंबे वक्त के बाद वापसी की और चेन्नई टेस्ट मैच में अपनी शतकीय पारी से इसे यादगार बना दिया। कार दुर्घटना की वजह से हुई इंजरी की वजह से पंत लगभग 15 महीने तक क्रिकेट से दूर थे और फिर धीरे-धीरे उन्होंने क्रिकेट के हर प्रारूप में वापसी की। हालांकि बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट में जिस तरह से चेन्नई में दूसरी पारी में शतक लगाया उसकी वजह से भारत को 280 रन से जीतने में बड़ी मदद मिली। उन्होंने 280 गेंदों का सामना करते हुए 4 छक्के और 13 चौकों की मदद से 109 रन बनाए और टेस्ट में ये उनका छठा शतक भी था।
पंत ने बताया बांग्लादेश की मदद क्यों की
चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में टेस्ट सीरीज के पहले मैच के तीसरे दिन के खेल के दौरान पंत को बांग्लादेशी टीम के लिए फील्डिंग सेट करते हुए भी देखा गया था और इसका वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो गया था। इस वीडियो में आवाज भी आ रही थी कि एक फील्डर यहां लगा दो और उन्होंने मिड-विकेट की तरफ इशारा भी किया था। पंत के इस सुझाव को बांग्लादेश के कप्तान नजमुल हुसैन शांतो ने मान भी लिया था और उस जगह पर फील्डर भी लगा दिया। भारत ने जब पहला टेस्ट जीत लिया उसके बाद सबा करीम ने पंत से पूछा कि आखिर उन्होंने विरोधी टीम की मदद फील्डिंग सेट करने में क्यों की।
सबा करीम ने पंत से पूछा कि जब तास्कीन अहमद दूसरी पारी में गेंदबाजी करने आए थे, तो आप उनके लिए फील्डिंग क्यों सेट कर रहे थे? बांग्लादेश का कप्तान कौन हैं, शांतो या ऋषभ पंत?” इसका जवाब देते हुए पंत ने कहा कि अजय (जडेजा) भाई और मैं अक्सर इस बारे में बात करते हैं कि क्रिकेट को कैसे बेहतर बनाया जाना चाहिए, चाहे दूसरी टीम खेले या हमारी अपनी। वहां कोई फील्डर नहीं था, दो फील्डर एक ही जगह पर खड़े थे, इसलिए मैंने उनसे कहा कि वे वहां एक फील्डर रखें। पंत के इस जवाब को सुनकर सबा करीम, अजय जडेजा और ब्रॉडकास्टिंग टीम के अन्य सदस्य हंस पड़े।
