ऋषभ पंत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच की दूसरी पारी में भले ही शतक पूरा नहीं कर पाए हों, लेकिन वह इतिहास रचने में जरूर सफल हो गए। वह ऑस्ट्रेलिया में किसी टेस्ट मैच की चौथी पारी में 50 या उससे ज्यादा रन बनाने वाले सबसे कम उम्र के विकेटकीपर (23 वर्ष और 95 दिन) बन गए हैं। ऋषभ पंत ने सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) में तीसरे टेस्ट मैच के आखिरी दिन यह उपलब्धि हासिल की।

ऋषभ पंत ने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर इयान हीली का रिकॉर्ड तोड़ा। इयान हीली जब 24 साल और 216 दिन के थे तब उन्होंने यह उपलब्धि हासिल की थी। ऋषभ पंत की इस उपलब्धि में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के कप्तान टिम पेन का भी खास योगदान रहा। पेन ने पंत के दो कैच छोड़े। वहीं, चेतेश्वर पुजारा भी टेस्ट क्रिकेट में 6000 रन पूरे करने वाले 11वें भारतीय बने। ऋषभ पंत जब क्रमशः तीन और 56 रन पर थे, तब टिम पेन ने नाथन लियोन की गेंद पर उनके कैच टपकाए।

ऋषभ पंत ने चेतेश्वर पुजारा के साथ मिलकर चौथी पारी में चौथे विकेट के लिए भारत के लिए सबसे ज्यादा रन की साझेदारी करने का रिकॉर्ड भी बनाया। पंत और पुजारा ने चौथे विकेट के लिए 148 रन जोड़े। दोनों ने 72 साल पुराना रूसी मोदी और विजय हजारे का रिकॉर्ड तोड़ा। रूसी मोदी और विजय हजारे ने 1948/49 में वेस्टइंडीज के खिलाफ मुंबई में चौथी पारी में चौथे विकेट के लिए 139 रन की साझेदारी की थी।

ऋषभ पंत चौथी पारी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय विकेटकीपर पहले से ही हैं। उन्होंने 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ ओवल में चौथी पारी में 114 रन बनाए थे। तब उन्होंने साल 2007 में महेंद्र सिंह धोनी के लार्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ बनाए गए नाबाद 76 रन का रिकॉर्ड तोड़ा था। वह इस बार अपना रिकॉर्ड तोड़ने से चूक गए।

स्टार बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा टेस्ट क्रिकेट में 6000 रन पूरे करने वाले 11वें भारतीय बने। पुजारा ने अपने 80वें मैच में यह उपलब्धि अपने नाम की। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने इसके बाद सोशल मीडिया पर उन्हें बधाई दी। आईसीसी ने लिखा, ‘चेतेश्वर पुजारा टेस्ट क्रिकेट में 6000 रन पूरे करने वाले 11वें भारतीय बल्लेबाज बने। कितने शानदार बल्लेबाज हैं वह।’

पुजारा से पहले भारतीय बल्लेबाजों में सचिन तेंदुलकर (15921), राहुल द्रविड़ (13265), सुनील गावस्कर (10122), वीवीएस लक्ष्मण (8781), वीरेंद्र सहवाग (8503), विराट कोहली (7318), सौरव गांगुली (7212), दिलीप वेंगसरकर (6868), मोहम्मद अजहरूद्दीन (6215) और गुंडप्पा विश्वनाथ टेस्ट क्रिकेट में 6000 से अधिक रन बना चुके हैं।

बता दें कि भारत ने पांचवें दिन एक चतुर चाल चली। उसने कप्तान अजिंक्य रहाणे के जल्दी आउट होने के बाद हनुमा विहारी की जगह ऋषभ पंत को प्रमोट किया। दिलचस्प यह रहा कि उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से दर्शकों का जमकर मनोरंजन किया।

शुरुआती करीब 35 गेंद तक सतर्क रवैया अपनाने वाले पंत बाद में आक्रामक अंदाज में खेले। वह 12 चौके और 3 छक्के की मदद से 118 गेंद में 97 रन बनाकर आउट हुए। उन्होंने खासतौर पर नाथन लियोन को निशाना बनाया। हालांकि, बाद में लियोन ने ही उनका विकेट झटका।