ओलंपिक कांस्य पदकधारी महिला पहलवान साक्षी मलिक ने शनिवार को दावा किया कि उन्हें अभी तक हरियाणा सरकार की ओर से रियो खेलों के दौरान ऐतिहासिक पदक के बाद घोषित की गई प्रोत्साहन राशि नहीं मिली है। रोहतक की साक्षी ने ट्वीट किया, ‘पदक का वादा मैंने पूरा किया, हरियाणा सरकार अपना वादा कब पूरा करेगी।’ उन्होंने अपने टि्वटर हैंडल पर लिखा, ‘मेरे ओलंपिक पदक जीतने के बाद हरियाणा सरकार द्वारा घोषणायें क्या मीडिया के लिए ही थीं?’
साक्षी (58 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग) पिछले साल रियो खेलों में भारत की ओर से ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली महिला पहलवान बनकर इतिहास रचने के बाद हरियाणा सरकार ने कम से कम 3.5 करोड़ रूपये के प्रोत्साहन और नकद पुरस्कारों की घोषणा की थी। ओलंपिक से पहले हरियाणा सरकार ने स्वर्ण पदक हासिल करने वाले अपने राज्य के खिलाड़ियों के लिए छह करोड़, रजत पदक जीतने वालों के लिए चार करोड़ और कांस्य पदक जीतने वालों के लिये 2.5 करोड़ रूपये की घोषणा की थी।
मैडल का वादा मैंने पूरा किया,
हरियाणा सरकार अपना वादा कब पूरा करेगी ?(1/2)
#Media_Announcements #Haryana_Government@cmohry @VijayGoelBJP— Sakshee Malikkh (@SakshiMalik) March 4, 2017
Announcements made by Haryana Government after my OLYMPIC MEDAL win were for MEDIA ONLY ?.(2/2)@cmohry @anilvijminister @VijayGoelBJP
— Sakshee Malikkh (@SakshiMalik) March 4, 2017
साक्षी ने अपने ट्वीट में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, खेलमंत्री अनिल विज और केंद्रीय खेल मंत्री विजय गोयल को भी टैग किया है। बाद में हरियाणा के शिक्षामंत्री अनिल विज ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया, ‘हमने साक्षी मलिक को 2.5 करोड़ रुपए का चेक दिया था। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि मैं एमडी यूनिवर्सिटी में नौकरी करना चाहती हूं, इसके बाद हमने उनके लिए एक पद बनाया।
साक्षी ओलंपिक पदक जीतने वाली देश की चौथी महिला खिलाड़ी हैं। इससे पहले भारोत्तोलक कर्णम मल्लेश्वरी (सिडनी 2000), मुक्केबाज एम सी मेरीकाम (2012 लंदन), बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल (लंदन 2012) भारत के लिए ओलंपिक में पदक जीतने वाली महिला खिलाड़ी हैं। 23 साल की साक्षी ने 2014 में ग्लासगो में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल जीता था। इसके साथ ही साल 2014 में ही एशियन गेम्स में भी कांस्य पदक जीता था।
रियो ओलंपिक में कांस्य पदक की बदौलत साक्षी मलिक ने नवीनतम यूडब्ल्यूडब्ल्यू (यूनाईटेड विश्व कुश्ती) रैंकिंग में शीर्ष पांच में जगह बना ली थी और अब महिला 58 किग्रा वर्ग में करियर के सर्वश्रेष्ठ चौथे स्थान पर हैं। ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनी साक्षी को इससे पहले कोई रैंकिंग हासिल नहीं थी। ओलंपिक के दौरान क्वार्टर फाइनल में घुटने की चोट के कारण बाहर हुई एक अन्य भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट 48 किग्रा वर्ग में दो स्थान के फायदे से 11वें स्थान पर पहुंच गई थीं।
