ओलंपिक पदक विजेता योगेश्वर दत्त ने मंगलवार को यहां कहा कि 2016 का रियो ओलंपिक उसके लिए अंतिम होगा। इस वे बार स्वर्ण जीतने में अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।

योगेश्वर ने कहा, ‘रियो मेरे लिए अंतिम ओलंपिक होगा। मैं कुश्ती करियर का अंत पदक के साथ करना चाहता हूं। मैं पूरी तैयारियों में लगा हुआ हूं और मेरा लक्ष्य स्वर्ण पदक है।’ योगेश्वर ने स्पष्ट किया कि ओलंपिक खेलों के बाद वे खेल से संन्यास नहीं ले रहे हैं। वे एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लेना जारी रख सकते हैं।

लंदन ओलंपिक (2012) के कांस्य पदक विजेता ने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में होने जा रही पेशेवर कुश्ती लीग (पीडब्लूएल) में भाग लेने के बाद वह दो माह की ट्रेनिंग के लिये अमेरिका या रूस जाएंगे, जहां वे ओलंपिक क्वालीफिकेशन की तैयारियां करेंगे। योगेश्वर ने स्वीकार किया कि वह अमेरिका के लास वेगास में हुई विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में चोटिल होने के कारण भाग नहीं ले पाए। उन्होंने कहा, ‘इससे मैं काफी निराश हूं क्योंकि अगले साल के ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई करने का यह सुनहरा मौका था।

लेकिन डॉक्टर ने मुझे आराम करने की सलाह दी थी।’ यह पूछने पर कि अगर पेशेवर कुश्ती चैंपियनशिप के दौरान घायल हो गए तो क्या होगा, योगेश्वर ने कहा, ‘इतना बडा मंच छोड़ने का जोखिम नहीं उठाया जा सकता इसमें दुनिया भर के पहलवान हिस्सा लेने आ रहे हैं। हमें इस प्रतियोगिता से अपनी क्षमता को आंकने का मौका मिलेगा।’

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