भारत के पास रियो ओलंपिक के आखिरी दिन पदक जीतने का मौका होगा। लंदन ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता योगेश्वर दत्त रविवार को कुश्ती मुकाबले में उतरेंगे। वे 65 किलो भारवर्ग में फ्रीस्टाइल इवेंट में खेलेंगे। उनकी कोशिश होगी नरसिंह यादव के मामले के चलते हुए नुकसान को भरा जा सके। रोचक बात है कि योगेश्वर पिछले ओलंपिक में भी आखिरी दिन ही मैदान में उतरे थे। रियो ओलंपिक में भारत को अभी तक साक्षी मलिक ने कुश्ती में कांसा और पीवी सिंधू ने बैडमिंटन में रजत दिलाया है।
नरसिंह पर बैन के बाद से पहलवानों में निराशा का माहौल है। पुरुषों के कोच जगमिंदर सिंह ने कहा, ”अब क्या करें सब बुरा हो रहा है अपने साथ। टीम में सभी लोग सकते में हैं। हम लोग पूरा प्रयास कर रहे हैं कि योगेश्वर पर इसका असर ना पड़े। मेडल जीतने की वह हमारी आखिरी उम्मीद है।” गौरतलब है योगेश्वर लगातार नरसिंह का समर्थन कर रहे थे। योगेश्वर पिछले साल दो सर्जरी से उबरकर वापसी कर रहे हैं। इसी साल उन्होंने रियो के लिए क्वालिफाई किया था। उनसे काफी उम्मीदें हैं और खुद वे भी मेडल के साथ कुश्ती से विदा लेना चाहते हैं। यह उनका चौथा ओलंपिक है।
ओलंपिक खेलों के रजत और कांस्य पदक विजेता सुशील कुमार ने भी योगेश्वर को शुभकामना दी हैं। उन्होंने कहा, ”योगेश्वर को मेरी बेस्ट विशेज है। मुझे उम्मीद है कि वह गोल्ड मेडल जीतेगा। पूरा देश उसके साथ खड़ा है।” योगेश्वर का पहला मैच मंगोलिया के गानजोरिगिन मंडाकनारान से होगा। इसके बाद वर्ल्ड चैंपियन इटली के फ्रैंक चामिजो और रूस के सोस्लान रामोनोव भी उनके रास्ते में आएंगे।
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