ओलंपिक की 200 मीटर स्पर्धा में 36 साल में क्वालीफाई करने वाले पहले भारतीय धर्मबीर सिंह का मानना है कि उन्होंने अपने क्वालीफिकेशन समय में काफी सुधार किया है और जोर देकर कहा कि रियो खेलों की इसी स्पर्धा में दिग्गज फर्राटा धावक उसेन बोल्ट की मौजूदगी से वह डरे हुए नहीं हैं। धर्मबीर ने बुधवार (20 जुलाई) को कहा, ‘उसेन बोल्ट मेरे लिए खेलों में सिर्फ एक अन्य प्रतिस्पर्धी होगा। मैं खेलों में यह सोचकर नहीं जाऊंगा कि मुझे उससे मिलने का मौका मिलेगा। इसकी जगह मेरा ध्यान अपनी तैयारी पर है। मुझे लगता है कि मैं रियो में 20 सेकेंड के बैरियर को तोड़ सकता हूं।’

हरियाणा के रोहतक जिले में रहने वाले धर्मबीर ओलंपिक की 200 मीटर स्पर्धा में देश से तीन दशक से भी अधिक समय बाद क्वालीफाई करने के बावजूद अपेक्षाओं का बोझ महसूस नहीं कर रहे। उन्होंने बेंगलुरु में इसी महीने हुई इंडियन ग्रां प्री के दौरान 20.45 सेकेंड के राष्ट्रीय रिकॉर्ड के साथ रियो खेलों के लिए क्वालीफाई किया था।

उन्होंने कहा, ‘मैं क्वालीफाई करने से हैरान नहीं हूं। मैंने आठ साल तक कड़ी मेहनत की है और आखिर में अपना लक्ष्य हासिल कर लिया। अब लक्ष्य अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना और 200 मीटर में प्रतिस्पर्धी बने रहना है।’ धर्मबीर के लिए हालांकि 20 सेकेंड के बैरियर को तोड़ना आसान नहीं होगा। उन्होंने एक हफ्ते से कुछ अधिक समय पहले ही 20.45 सेकेंड का रिकॉर्ड बनाकर पिछले साल वुहन में 20.66 सेकेंड के अपने की रिकॉर्ड को तोड़ा।

इस धावक ने कहा, ‘मेरी स्पर्धा 16 अगस्त को शुरू होगी इसलिए मेरे पास अब भी अपने समय में सुधार के लिए वक्त है। मैंने खुद को मिलने वाली प्रतिस्पर्धा का आकलन किया है। बेशक यह आसान नहीं होगा लेकिन अगर मौसम अनुकूल होता है और मैं अपना शत प्रतिशत देने में सफल रहता हूं तो मैं 20 सेकेंड के बैरियर को तोड़ सकता हूं।’ बोल्ट ने 2009 विश्व चैम्पियनशिप में 19.19 सेकेंड के साथ 200 मीटर में नया विश्व रिकॉर्ड बनाया था। जमैका के इस दिग्गज धावक के नाम 100 मीटर का रिकॉर्ड भी है जो 9.58 सेकेंड है।