प्रकाश नंजप्‍पा 40 साल

खेल: 10 मीटर एयर‍ पिस्‍टल

हाईलाइट: 2014 ग्‍लासगो कॉमनवेल्‍थ खेलों में सिल्‍वर मैडल।

प्रकाश नंजप्‍पा रियो ओलंपिक्‍स में भारत के सबसे उम्रदराज निशानेबाज हैं। साल 1999 में पिता के साथ हंसी-मजाक के दौरान प्रकाश का झुकाव शूटिंग की तरफ हुआ। प्रकाश के पिता उस समय बेंगलुरु में स्‍टेट लेवल प्रतियोगिता के लिए तैयारी कर रहे थे तो प्रकाश ने उनसे मजाक किया। इस पर पिता ने पलटवार करते हुए कहा- ‘ये इतना आसान है तो तुम खुद ट्राई करके देखो।’ प्रकाश के पास इंजीनियरिंग में डिग्री है और वे टोरंटो में एमएनसी में काम करते थे। 2008 में उन्‍होंने शूटिंग को गंभीरता से लिया और कनाडा नेशनल चैंपियनशिप में उतरे। यहां पर उन्‍होंने 575 अंक बटोर कनाडा के नेशनल रिकॉर्ड की बराबरी की। इसके बाद उन्‍होंने नौकरी छोड़ दी और भारत आ गए। यहां पर वे स्‍थानीय टूर्नामेंट में हिस्‍सा लेने लगे। प्रकाश ने रियो जाने से पहले दक्षिण कोरिया में ट्रेनिंग ली। उन्‍होंने बताया कि वे अभिनव बिंद्रा और गगन नारंग से टिप्‍स लेते रहते हैं। साथ ही जीतू राय से भी बात करते रहते हैं। साल 2013 में प्रकाश ने वर्ल्‍ड कप में मैडल जीता। ऐसा करने वाले वे पहले पिस्‍टल शूटर हैं। लेकिन अगली बार जब वे एक अन्‍य वर्ल्‍ड कप के लिए स्‍पेन जा रहे थे तो उनके चेहरे पर पैरालिसिस हो गया। इस बीमारी से उबरकर अगले साल वे ग्‍लासगो कॉमनवेल्‍थ खेलों में उतरे। यहां पर उन्‍होंने सिल्‍वर मैडल जीता।