पिछले एक साल से डोपिंग के चलते शर्मिंदगी झेल रहे ट्रैक और फील्ड की स्पर्धा शुक्रवार (12 अगस्त) को ओलंपिक में शुरू होगी जिसके जरिए खेल के पुनरोत्थान की आस में सभी की नजरें इतिहास रचने की दहलीज पर खड़े उसेन बोल्ट पर टिकी होंगी। दस दिवसीय एथलेटिक्स स्पर्धा शुक्रवार (12 अगस्त) से यहां ओलंपिक स्टेडियम में शुरू होगी जिसमें मकसद पिछले 12 महीने से चले आ रहे विवादों को भुलाना भी होगा। ट्रैक और फील्ड के महानतम ‘शो मैन’ खेल की खोई साख लौटाना चाहेंगे जो रूसी डोपिंग स्कैंडल और भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते प्रभावित हुई है।

अपना आखिरी ओलंपिक खेल रहे जमैका के स्टार एथलीट बोल्ट 100 मीटर, 200 मीटर और चार गुणा 100 मीटर रिले में स्वर्ण जीतने की फिराक में होंगे। उन्होंने 2008 और 2012 में सारे खिताब जीते थे। उनका पहले चरण का मुकाबला शनिवार (13 अगस्त) को 100 मीटर हीट के साथ शुरू होगा। बीजिंग विश्व चैम्पियनशिप की तरह की इस बार भी उनका सामना जस्टिन गाटलिन से होगा। बोल्ट के नाम 100 मीटर का 9.58 सेकंड का विश्व रिकॉर्ड है लेकिन इस सत्र में गाटलिन ने सबसे तेज समय निकाला।

एथलेटिक्स में 141 पदक दाव पर लगे होंगे जिनमें से 47 स्वर्ण पदकों का फैसला शुक्रवार (12 अगस्त) को होगा। महिलाओं की 10000 मीटर दौड़ में इथियोपिया की गत चैम्पियन तिरूनेश दिबाबा एथलेटिक्स की व्यक्तिगत स्पर्धा में लगातार तीन बार पदक जीतने वाली पहली महिला होने का रिकॉर्ड बनाना चाहेंगी। जमैका की शैली अन फ्रेसर प्राइस भी महिलाओं की 100 मीटर दौड़ में ओलंपिक स्वर्ण की हैट्रिक बनाना चाहेंगी। नीदरलैंड की डाफने शिपर्स भी 200 मीटर में पदक की दौड़ में होंगी। ब्रिटेन के मो फाराह 10000 मीटर का खिताब बरकरार रखना चाहेंगे जबकि हेप्टाथलन में जेसिका एनिस को ब्रायने थिएसेन इटोन से कड़ी चुनौती मिलेगी।