पिछले हफ्ते लॉर्ड्स में भारत की महिला और इंग्लैंड की महिला टीम के बीच खेले गए एकदिवसीय मैच के दौरान नॉन-स्ट्राइकर एंड पर दीप्ति शर्मा के चार्ली डीन को रन आउट करने के मामले पर बहस जारी है। भारतीय क्रिकेट एक्सपर्ट हर्षा भोगले और इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स के बीच शनिवार को ‘ट्विटर वॉर’ देखने को मिली थी। अब टीम इंडिया के स्टार स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने कहा कि वह इस तरह बल्लेबाज के आउट करने को गेंदबाजों के लिए क्रांति के तौर पर देखते हैं।
गौरतलब है कि अश्विन ने भी इंडियन प्रीमियर लीग 2019 (IPL 2019) के दौरान जोस बटलर को भी इसी अंदाज में रन आउट किया था। उन्होंने इस दौरान अंग्रेजों की जमकर क्लास लगाई और कहा कि वे विक्टिम कार्ड खेलने का मौका नहीं छोड़ते। उन्होंने कहा, ” शुरुआत में तो पूरी दुनिया ने इसे एक ही नजर से देखा। लेकिन अब ज्यादातर लोगों को लगने लगा है कि गेंदबाज ऐसा करके कोई अपराध नहीं कर रहा।”
अश्विन ने यह भी पूछा, “कई लोगों ने यह पूछना शुरू कर दिया है कि आप गलती करने वाले व्यक्ति से पूछने के बजाय उससे क्यों सवाल पूछ रहे हैं जिसकी कोई गलती ही नहीं है। ऐसा लगता है कि लोगों के एक खास वर्ग को ही इससे समस्या है। मेरी राय में वे हमेशा विक्टिम कार्ड खेलते हैं। जब भी कुछ नया होता है, तो कुछ लोग परिवर्तन का विरोध करते हैं और यह समझ में आता है। “
अश्विन ने कहा, “जी हां मैं बात कर रहा हूं नॉन-स्ट्राइकर एंड पर दीप्ति शर्मा के चार्ली डीन को रन आउट करन पर। मैं इस विषय पर पहले ही काफी बोल चुका हूं। यह रिस्क वर्सेज रिवॉर्ड जैसा है। ठीक उसी तरह जैसे कोई बल्लेबाज स्पिनर या तेज गेंदबाज के खिलाफ क्रीज से बाहर निकलने खेलता है तो उसे पता होता कि विकेटकीपर स्टंपिंग करके उन्हें आउट कर सकता है। इसी तरह नॉन-स्ट्राइकर को यह भी पता होना चाहिए कि अगर वे क्रीज से बाहर निकलते रहे तो उन्हें वैध रूप से रन आउट किया जा सकता है। “
अश्विन ने यह भी कहा, ” आज के प्रतिस्पर्धी क्रिकेट को देखते हुए हमें बच्चों को बचपन से ही यह सिखाना चाहिए। मैंने इसपर अहमदाबाद टेस्ट मैच के दौरान पिच का मुद्दा उठने पर बात की थी। मैंने कहा था कि विचार को नियंत्रित करने की कोशिश नहीं होनी चाहिए। कुछ लोग किसी चीज को लेकर प्रभावित करने की कोशिश करते हैं। वास्तव में, मैं इसे गेंदबाजी में क्रांति के रूप में देखता हूं।”