आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम भले ही विश्वविजेता का खिताब अपने नाम नहीं कर सकी हो लेकिन बल्लेबाजी में यशस्वी जायसवाल और गेंदबाजी में रवि विश्नोई के प्रदर्शन ने सभी का दिल जीता। यशस्वी ने इस टूर्नामेंट में जहां सबसे ज्यादा रन बनाए तो वहीं रवि ने सबसे ज्यादा विकेट हासिल किए। बांग्लादेश के साथ खेले गए फाइनल मैच में भी इन दोनों खिलाड़ियों का जलवा दिखा। विश्नोई की गेंदबाजी ने सभी को अपना दीवाना बनाया लेकिन रवि के व्यवहार को लेकर सवाल उठ खड़े हुए।

फाइनल मैच में दोनों ही टीमों के खिलाड़ियों ने शानदार खेल तो दिखाया लेकिन खेल भावना की कमी दोनों ओर से देखने को मिली। मैच के दौरान जुबानी जंग भी हुई। वहीं, मैच के बाद तो खिलाड़ियों की भिड़त तक हुई। इसपर आईसीसी ने 5 खिलाड़ियों को दोषी पाया।

इसमें तीन बांग्लादेश के तो भारत की ओर से रवि विश्नोई और आकाश सिंह को दोषी पाया गया। आईसीसी की नियमावली 2.21 कोड को तोड़ने के लिए इनपर कार्रवाई हुई। वहीं, रवि को 2.5 कोड तोड़ने का भी दोषी पाया गया।

पिता को नहीं यकीन तो मां ने छोड़ा खानाः रवि के इस अग्रेसिव नेचर को देखकर उनके पिता मांगीलाल को यकीन ही नहीं हो रहा कि उनका बेटा इतने गुस्से में हो सकता है। हिंदुस्तान टाइम्स की खबरों की मानें तो बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि मैं आश्चर्य चकित हूं कि आखिर मेरे बेटे को क्या हो गया।

उन्होंने कहा कि वह मेरे घर में सबसे शांत है। लेकिन पता नहीं उसे क्या हो गया है। उन्होंने बताया कि मेरी पत्नी ने कल से कुछ खाया भी नहीं है।बता दें कि विश्वकप में भारत ने बांग्लादेश को 178 रनों का लक्ष्य दिया था।

इसके जवाब में बांग्लादेश की शुरुआत तो अच्छी रही लेकिन रवि विश्नोई ने 4 विकेट झटककर मैच को रोमांचक बना दिया। हालांकि बांग्लादेश के कप्तान अकबर अली की पारी की बदौलत बांग्लादेश ने पहली बार वर्ल्ड कप जीत लिया।

वहीं, इस मैच में खिलाड़ी के बीच तनाव के बारे में अकबर अली ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है जबकि प्रियम गर्ग ने इसे खेल भावना के खिलाफ बताया था।