रणजी ट्रॉफी के एलीट ग्रुप के मुकाबले में गुजरात ने सोमवार को कर्नाटक को सात रन से मात दी। कर्नाटक मैच में जिस मजबूत परिस्थिति में था उसे देखकर ऐसा लगा नहीं था कि वह यह मुकाबला हार जाएगा। हालांकि गुजरात के सिद्धार्थ देसाई ने यह मुश्किल काम अपने हाथ में लिया और टीम को जीत दिलाई। सिद्धार्थ की घातक गेंदबाजी के कारण खिलाड़ी मयंक अग्रवाल की कप्तानी वाली कर्नाटक 110 का टारगेट भी चेज नहीं कर सकी।
कर्नाटक को मिला था 110 का लक्ष्य
मैच के आखिरी दिन की शुरुआत गुजरात ने 171/7 के स्कोर से की। उन्होंने इस स्कोर में 48 रन जोड़े और कर्नाटक को महज 110 का लक्ष्य दिया। इस लक्ष्य के जवाब में मयंक अग्रवाल और देवदत्त पडिक्कल ने अच्छी शुरुआत की। दोनों पहले विकेट के लिए 50 रन की साझेदारी की। हालांकि 10वें ओवर में सिद्धार्थ देसाई ने इन दोनों को पवेलियन भेजकर गुजरात की मैच में वापसी कराई।
103 पर ऑलआउट हो गई कर्नाटक की टीम
ओपनिंग जोड़ी के लौटने के बाद तो कर्नाटक के बल्लेबाज तू चल मैं आया करता दिखाई दिए। लगातार अंतराल पर विकेट गिरते रहे। कर्नाटक की टीम 103 के स्कोर पर ऑलआउट हो गई। 11 में से केवल तीन ही बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा छू सके। सिद्धार्थ देसाई का इसमें अहम रोल रहा।
सिद्धार्थ देसाई का शानदार स्पैल
सिद्धार्थ ने 13 ओवर के स्पैल में 42 रन दिए जिसमें चार मेडन ओवर भी शामिल थे। उन्होंने कर्नाटक के सात बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाया। उनके अलावा रिंकेश वाघेला ने 10.2 ओवर में तीन विकेट झटके। सिद्धार्थ देसाई ने पहली पारी में भी उन्होंने दो विकेट लिए थे। इस मैच में उन्होंने 125/9 के स्पैल के साथ अंत किया।